बिजय मजूमदार पखांजुर ----देश के अर्थ बेबस्था का एक आधार किसानों को माना जाता है मगर एहि अन्नदाता हमारे देश के किसान प्रति बर्ष कभी सरकारी सिस्टम के बजाय से तो कभी खाद की कमी को लेके तो कभी खराब धान बीज के चलते परेशान होते है छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है और परोलकोट क्षेत्र छित्तीसगर के धन उत्पादन में दूसरे नम्बर पे है पहले तो यहा के किशान खाद की कमी से परेशान थे और उनके सामने ओर एक नई मुसीबत आखरी है ले देके तो फसल को तो बचा लिया गया पर क्षेत्र के कुछ किसानों को खराब बीज मिला जिस कारण से बोहोत से किसानों का फसल खराब हो गया है आज बोही किसान दर दर की ठोकर खा रहे हैं जहां किसान खेती तो किए हैं लेकिन कुछ नामी दामी कंपनी के चलते बो भोले भाले किसानों को ठगी का शिकार होना पड़ा है आपको बता दें पखांजूर के बेकंठ पुर पि.वी 20 जहा के कुल 35 किसानो ने सिग्नेट बुलंद 5050 धान का रोपा अपने खेत मे लगाया था उन्हें आपने पूरी लागत का कोई परिणाम नहीं मिला पूरा धान खराब हो गया अब बहा के किसान चिंतित है की बो अपना बैंक का कर्जा केसे चुकाएं और अपना परिवार केसे पाले बो जाए तो जाए कहा किसके पास जाए किसानों का कहना हैं कि धान पहले ठीक था जब बाली निकला उसके बाद से धान मै कोई दाना नहीं भरा अब यहा के किशान बीज कंपनी से और शासन प्रशासन से ये ही मांग कर रहे है कि उनको बर्बाद हुये फसल का कुछ मुआबजा मिलजाए
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