ईद-मिलादुन्नबी का त्यौहार मुस्लिम-जमात कोटा ने सादगीपूर्ण तरीके से मनाया मस्जिद में हुई फतिहा-खानी लंगर।
मुस्लिम-बच्चे-बच्चियो ने अपने घरों के बाहर गली-मोहल्लों में निकाला-जुलूस।
रतनपुर से ताहिर अली की रिपोट
करगीरोड-कोटा:-बारह-रबीउल-अव्वल पैग़म्बरे-इस्लाम की यौमे-विलादत (जन्मदिवस)के मुबारक महीने के चांद दिखने के बाद दीगर-मुल्क के इस्लामिक देशों सहित हिंदुस्तान के मुस्लिम-समुदाय में घरों में मस्जिदों में मदरसों में ईद-मिलादुन्नबी के त्यौहार मानने की तैयारी में जुट जाते हैं..फतिहाखानी-लंगर का दौर शुरू हो जाता है..गली-मोहल्लों में बच्चे-बच्चियों के द्वारा हाथों में झंडे लिए नारा लगाते हुए अपनी खुशियों का इजहार करते हैं, एक दूसरे को मोहम्मद साहब के जन्मदिवस की मुबारकबाद पेश करते हैं, मुस्लिम-समुदाय के ईदुल-फितर-ईदुल-अजहा-रमजान शरीफ से बड़े त्यौहार के रूप में पैग़म्बरे-इस्लाम मोहम्मद साहब की यौमे-विलादत ईद-मिलादुन्नबी का त्योहार बडे पैमाने पर पूरी दुनिया मे मनाया जाता है।
जिला-प्रशासन के आदेश में जुलूस की मनाही के बाद कोटा-मुस्लिम-जमात ने जुलूस-रैली नही निकाली:--
ईद-मिलादुन्नबी पर जिला-प्रशासन के गाइडलाइंस व जुलूस रैली व किसी भी प्रकार के सभा करने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद मुस्लिम-समुदाय में काफी रोष दिखाई दिया, मुस्लिम-समुदाय का सबसे बड़े त्यौहार के रूप में जाने-जाने वाला ईद-मिलादुन्नबी का त्यौहार मुस्लिम-समाज के द्वारा बड़े ही पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है,पिछले साल कोविड-19 के कारण ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार नहीं मना पाए मुस्लिम-समुदाय के द्वारा इस बार आशा की जा रही थी, पूरे पारंपरिक-तरीके से त्योहार को मनाया जाएगा मगर ठीक-त्यौहार से पहले ही राज्य-वक्फ बोर्ड के आदेश का हवाला देते हुए बिलासपुर जिला-प्रशासन ने जुलूस-रैली पर मनाही की मोहर लगा दी गई, जिससे कि मुस्लिम-समाज में काफी आक्रोश भी दिखा, कही कही पर अनुमति मिलने के बाद जुलूस-रैली निकलने की भी खबर सामने आई कोटा-मुस्लिम समाज के समाज-प्रमुखों के द्वारा भी एसडीएम कोटा को शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस व रैली निकालने के लिए ज्ञापन भी सौंपा गया था पर एसडीएम कोटा ने जिला-कलेक्टर के आदेश का हवाला देते हुए जुलूस-रैली की अनुमति नहीं दी गई..जिसके बाद कोटा मुस्लिम-जमात के द्वारा जुलूस नही निकाला गया, मस्जिद में ही समाज के लोगो की उपस्थिति में फतिहाखानी-लंगर का एहतमाम करते हुए सादगी-पूर्ण तरीके से त्योहार मनाया गया।
मुस्लिम-समुदाय के छोटे-बड़े-बच्चो ने अपने घरों के बाहर गली-मोहल्लों में जुलूस निकालकर ईद-मिलादुन्नबी की खुशियां मनाई:--
जिला-प्रशासन के द्वारा जुलूस-रैली की मनाही के बाद कोटा-मुस्लिम-समुदाय के छोटे-बड़े बच्चे-बच्चियां काफी निराश दिखाई दिए हर साल ईद-मिलादुन्नबी पर नए कपड़े पहनकर हाथों में झंडे लिए न जुलूस में नारा लगाते हुए शामिल होने वालों बच्चों को इस बार जुलूस नही निकलने से काफी निराशा हुई, बच्चो को निराश देख "हरितछत्तीसगढ़" कोटा के पत्रकार मोहम्मद जावेद खान के द्वारा बच्चो की खुशी के खातिर उनके हाथों में झंडे देते हुए घरों के बाहर ही गली-मोहल्लों में बच्चो को जुलूस निकलवाकर उसमें खुद ही शामिल हो गए जिससे बच्चे-बच्चियां खुश हो गई जुलूस के बाद बच्चों को चॉकलेट-बिस्किट भी दिया गया जिससे कि बच्चे और भी ज्यादा खुश हो गए।
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