मुख्यमंत्री ने गीतकार श्री लक्ष्मण मस्तुरिया की पुण्यतिथि पर उन्हें किया याद
रायपुर, 02 नवंबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध जनकवि और गीतकार स्वर्गीय श्री लक्ष्मण मस्तुरिया की 03 नवंबर को पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने उन्हें याद करते हुए कहा है कि श्री मस्तुरिया के गीतों में छत्तीसगढ़ की माटी की सौंधी महक और यहां के लोक-जीवन की झलक दिखती है। छत्तीसगढ़ का सहज-सरल लोक जीवन उनके गीतों में रचा-बसा है।उन्होंने अपने सु-मधुर और दिलकश आवाज की बदौलत छत्तीसगढ़ के हर वर्ग के दिलों में जगह बनाई। उन्होंने कई छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए लोकप्रिय गीतों की रचना की। उनका गीत ‘मोर संग चलव रे-मोर संग चलव जी’ काफी लोकप्रिय हुआ। श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कला जगत में मस्तुरिया जी का योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
मोर संग चलव रे
- ए गिरे परेहपटे मन अउ डरे थके मनखे मन, मोर संग चलव रे अमरइयाव कस जुड़ छांव मंय मोर संग बैठ जोड़ा लव पानी पी लव मंय सागर एवं दुख पीरा बिसरा लव नवा जोत लव नवा गांव बर
हमर पुरखा : मोर संग चलव रे, मोर संग चलव जी.... के अमर गीतकर लक्ष्मण मस्तुरिया ...
मोर संग चलव रे, मोर संग चलव ग बिपत संग पढ़े बर भाई मंय बाना बांधे हांव। सरग ल पिरथी म ला देहू प्राण ऐसे ठाने हंव।। मोर सुमता के सरग निसेनी जुरमिल सबो चढ़व रे.... मोर संग चलव रे, मोर संग चलव जी।
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