कोटवार संघ बिरसा भूखहड़ताल करने पर विवश
बालाघाट।जनता की समस्याओं को प्रशासन शासन तक पहुंचाने और शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का कार्य करने वाले कोटवार अपनी बेबसी पर आंसू बहाते हुए तहसीलदार बिरसा के नाम ज्ञापन सौंपकर तीन दिन के भूखहड़ताल पर बैठ गए हैं।कोटवार संघ बिरसा के अध्यक्ष माखन गोड़ाने ने बताया कि कोटवारों ने वर्षो से न के बराबर मिलने वाले मेहनताने पर कार्य कर रहे है जो आज की महंगाई को देखते हुए नाकाफी है जिसको लेकर कोटवार संघ ने तीन दिवसीय भूखहड़ताल पर बैठने का फैसला किया है।अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर तीन दिवसीय भूखहड़ताल पर बैठे कोटवार संघ के अध्यक्ष ने बताया कि हमारी मांगो में प्रथम मांग सभी कोटवारों को नियमित कर्मचारी घोषित किया जाय और दूसरी मांग है कि कोटवारों को शासन द्वारा दी गयी भूमि का मालिकाना हक देना।ग्रामीण जनता के बीच कोटवार संदेशवाहक का कार्य करते है।ग्रामीण क्षेत्रो में खासा लोकप्रिय कोटवार जन्म से लेकर मरण तक या किसी के यहां चोरी या एक दूसरे से मारपीट की जानकारी पुलिस या प्रशासन तक पहुंचाने का कार्य कोटवारों के द्वारा किया जाता है।अब देखना यह है कि इनकी जायज मांगो को शासन गंभीरता से लेती है या इनके हाल पर छोड़ अपना पल्ला झाड़ती है।
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