पिथौरा_नायक बंजारा समाज का अपना एक इतिहास है। समाज को संगठित करने के लिए संत शिरोमणि सेवालाल महाराज के उद्देश्य को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है।
नायक बंजारा समाज अति समृद्ध सुसंस्कृत न्याय प्रिय मानवतावादी प्रकृति पूजा पर विश्वास रखने वाला समाज है यह समाज हड़प्पा मोहनजोदड़ो लोथल कालीबंगा जैसे सभ्य हवेली पर निवास करते रहे भारत में दिल्ली लाहौर पंजाब नागपुर जैसे अनेकों शहरों को बसाया।समाज में न्यायाधिपती राजा विक्रमादित्य राजा भोज जैसे महान लोग हुए वही धर्मवीर रांझागभरू जंगी भंगी लख्ती शाह सेवालाल महाराज ने समाज में समानता वादी विचारधारा दे दिया गया बंजारा नायक समाज का इतिहास गौरवशाली इतिहास रहा है पर् इस समाज का विश्व पटल पर उल्लेख नहीं किया गया है जबकि संत शिरोमणि सेवालाल महाराज समाज के उत्थान के लिए अनेकों कार्य किए 17वीं शताब्दी में इतिहास में ऐसा उल्लेख मिलता है कि 700 सैनिकों ने अंग्रेजों के 7000 सैनिकों को हराया था अंग्रेजों के साथ भी इन्होंने कई बार लोहा लिया है कभी व्यापार बंजारा नायक की जागीर हुआ करती थी आज व्यसन पान अशिक्षा आदर्श संस्कारों से वंचित हो रहा है समाज को बचाने हेतु हमारे आदर्श पुरुष संत शिरोमणि सेवालाल महाराज के बताए गए रास्ते पर चलकर पुणे समाज को संगठित सुसंस्कृत के उद्देश्य से रथ यात्रा छत्तीसगढ़ से प्रारंभ किया गया छत्तीसगढ़ बंजारा समाज के सहयोग से राजधानी रायपुर में समापन किया जाएगा जिस के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे जो 8 अप्रैल विश्व बंजारा दिवस के दिन होगा रथ यात्रा का उद्देश्य संत सेवालाल महाराज के संदेश को अंतिम छोर तक पहुंचाना बंजारा समाज को मजबूत व संगठित करना युवाओं को सही दिशा की ओर ले जाना तथा उसकी क्षमता को अवगत कराना मातृशक्ति को समाज में बराबरी का हिस्सा व दायित्व दिलाना और सुदृढ़ शिक्षित समाज का निर्माण करने में प्रयासरत होना


















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