सिवनी जिले में पी आर ओ की तानाशाही।
सिवनी जिले में पत्राचार को लेकर सिवनी जिले की लिस्ट में नाम शामिल न करना ना ही ग्रुप में जोड़कर उन्हें कोई जानकारी उपलब्ध कराना कई बार उन्हें फोन से सूचना दी गई लिंक भी भेजी गई किन्तु नाम शामिल न करना समझ से परे है। पी.आर.ओ. राजेश परते से मिलकर उन्हें सारी जानकारी दी गई लिस्ट में नाम जोड़ा गया किन्तु ग्रुप में नाम न जोड़कर एक तरह से अनदेखी की जा रही है यदि इनसे फोन पर बात करना चाहें तो ये फोन नहीं उठाते ये कैसा पब्लिक रिलेशन है। सिवनी जिले में यदि लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए किसी प्रकार की रिश्वत देने पर नाम जोड़ने का रिवाज हो तो स्पष्ट बताना चाहिए। किसी का नाम जोड़ना और किसी का नहीं ऐसा अन्याय ठीक नहीं है कुछ दिनों की बात हो तो ठीक है पर चार वर्ष मायने रखता है इसके पीछे की मंशा क्या है ये तो वही जाने


















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