राजनांदगांव
विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण के खिलाफ तूता में डटे जिले के हजारों शिक्षक
31 मई से राजधानी में संभागवार क्रमिक अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा
वर्ष 2008 के सेटअप के अनुसार हो शिक्षकों का युक्तिकरण - शिक्षक साझा मंच
राजनांदगांव। शिक्षा विभाग की युक्तियुक्तकरण नीति के विरोध में प्रदेश भर के हजारों शिक्षकों ने राजधानी नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल पर उग्र प्रदर्शन किया। प्रदेश के 23 शिक्षक संगठनों के संयुक्त मंच शिक्षक साझा मंच के बैनर तले हुए इस आंदोलन में राजनांदगांव जिले के हजारों
शिक्षक भी शामिल हुए और मंत्रालय घेराव में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई।
प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य युक्तियुक्तकरण की विसंगति पूर्ण प्रक्रिया का विरोध, क्रमोन्नत वेतनमान का जनरल आदेश, प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा लाभ, पदोन्नति में बीएड अनिवार्यता समाप्त करना और पुरानी पेंशन योजना की बहाली जैसे प्रमुख मुद्दों को सरकार तक पहुंचाना था।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग केंद्र द्वारा तय शिक्षा के अधिकार कानून की आड़ में छत्तीसगढ़ शासन के सेटअप 2008 को दरकिनार कर रहा है। यही सेटअप प्रदेश में 43 हजार 849 प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं से एक-एक पद कम करने की योजना प्रशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार से वंचित करने की साज़िश है। इस आंदोलन में राजनांदगांव जिले के शिक्षक बड़ी संख्या में शामिल हुए।रायपुर में तूता धरना स्थल पहुंचकर प्रदर्शन को ताकत दी।
प्रदर्शन में यह सवाल भी जोरशोर से उठा कि सिक्षा विभाग क्यों शिक्षकों से वर्ष भर गैर शैक्षणिक कार्य करवा रहा है, जिससे शिक्षण की गुणवता प्रभावित होती है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि हमें केंद्र के समान वेतन, भते और सुविधाएं नहीं मिलती, ते फिर किस मानकों के आधार पर पदों में कटौती की जा रही हैं ?*इससे खासकर गरीब तबके के बच्चे जो सरकारी स्कूल में पढ़ाई करते हैं उनके शिक्षा के अधिकार पर कुठाराघात है। इसके लिए यह जरूरी है कि वर्ष 2008 के सेटअप का पालन करते हुए शिक्षकों का युक्तिकरण किया जावें ताकि शिक्षा गुणवत्ता में बढ़ोतरी हो सके। साथ ही मोदी की गारंटी के तहत पचास हजार से अधिक पदों पर नवीन भर्ती किया जावें ताकि प्रदेश के बीएड एवं डीएड डिग्रीधारी बेरोजगारों
की शिक्षक बनने की सपने पूरा हो सके। वर्ष2008 के सेटअप से खिलवाड़ कर प्राथमिक एवं मीडिल स्कूल में एक एक पद में कटौती कर शिक्षकों को अतिशेष कर जहां स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता को चोट पहुंचा रहे हैं वहीं बेरोजगारों के साथ भी घोर मजाक किया जा रहा है। दस हजार से अधिक शाला एवं शिक्षकों के त्रुटिपूर्ण समायोजन से स्वत: ही हजारों पद समाप्त हो जायेंगे। पदोन्नति के दरवाजे बंद हो जायेंगे और बेरोज़गारों के सरकारी शिक्षक बनने के सपने चकनाचूर हो जायेंगे।
जिला संचालक रमेश साहू ,संयोजक ओमप्रकाश साहू व मीडिया प्रभारी अमिताभ दुफारे के नेतृत्व में सभी विकासखंडों राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, और छुरिया मुख्यालय से शिक्षकों का जत्था पहुंचा। राजनांदगांव जिले से प्रांत संचालक मनीष मिश्रा, जाकेश साहू,शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक रमेश कुमार साहू,छन्नू लाल साहू, सुशील कुमार देवांगन, ओमप्रकाश साहू जिला संयोजक छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन, मिलन साहू प्रांतीय पदाधिकारी छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन, अमिताभ दुफारे जिला मीडिया प्रभारी,सुशील शर्मा, पुरुषोत्तम रामटेके ,नीलेश रामटेके, माधव साहू,रोशन लाल साहू ब्लाक अध्यक्ष राजनांदगांव, हीरा लाल मौर्य ब्लाक अध्यक्ष डोंगरगढ़, कीरत गणवीर ब्लाक अध्यक्ष छुरिया,भरत साहू, ब्लाक अध्यक्ष डोंगरगांव, प्यारेलाल लाल रावटे, पूरन कोठारी, खिलावन ठाकुर, सुग्रीव मंडावी, दिलीप सिन्हा , हरिचंद वर्मा , मधु निर्मलकर, ओगेश्वर प्रसाद साहू , भूपेश कुमार साहू , लुकेश साहू,भूआर्य सर , तोरण निषाद, कृष्ण राव डेकाटे, लेख दास साहू, हीरालाल सबर, अखिलेश सिन्हा, नागेश्वर साहू, सुशील देवांगन, योगेश्वर साहू, जितेंद्र हिरवानी, प्रवीण शर्मा, भोजराम साहू सहित बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों से जुड़े जिले के शिक्षकों ने तूता धरना स्थल रायपुर में शामिल होकर मंत्रालय घेराव को सफल बनाया।
घेराव पश्चात शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने साझा मंच के प्रांतीय नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया लेकिन शिक्षा सचिव युक्तियुक्तकरण पर अपने अड़ियल रवैये को लेकर अड़े रहे जिससे कि साझा मंच द्वारा 31 मई से राजधानी में संभागवार क्रमिक अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी गई। इसके तहत 31 मई को रायपुर, 1 जून को दुर्ग, 2 जून को बिलासपुर, 3 जून को बस्तर और 4 जून को सरगुजा संभाग वाले शिक्षक राजधानी रायपुर के धरना स्थल में प्रदर्शन करेंगे।
सी एन आई न्यूज़ के लिए संतोष सहारे की रिपोर्ट
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