संघ के 100 वर्षों में व्यक्ति निर्माण, राष्ट्रभक्ति, राष्ट्र निर्माण और सेवा को विशेष महत्व दिया गया है।
विदिशा मध्यप्रदेश। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। विजयदशमी के दिन 1925 में संघ की स्थापना हुई थी और तब से संघ विजयादशमी उत्सव मानता चला आ रहा है। यह वर्ष संघ का शताब्दी वर्ष है और 2025 विजयादशमी से 2026 विजयादशमी तक संघ शताब्दी वर्ष मनाएगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 2 अक्टूबर को विदिशा नगर की 8 बस्ती में विजयादशमी का संचलन निकले |. इस बार संघ का विजयादशमी उत्सव बहुत ही खास है, क्यों कि RSS अपनी स्थापना का शताब्दी समारोह मना रहा है. शताब्दी वर्ष होने की वजह से इस वर्ष काफी ज्यादा व्यापक तौर पर तैयारी की गई है,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नगर विदिशा की गुरु गोविंद बस्ती का विजयदशमी पथ संचलन आज पुरानी गल्ला मंडी बरईपुरा से प्रारंभ हुआ जो बरईपुरा , माधवगंज, मेन मार्केट से होते हुए बड़ा बाजार बजरिया, रीठा फाटक ,बरईपुरा से वापस पुरानी गल्ला मंडी में आकर समापन हुआ| जिसमें गुरुगोविन्द बस्ती के संचलन की संख्या 329 रही जिसमें अखिल भारतीय अधिकारी श्री मान अशोक जी वार्ष्णेय राष्ट्रीय महासचिव आरोग्य भारती का बौद्धिक प्राप्त हुआ| उन्होंने बताया भारतीय संस्कृति में विजयादशमी - असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म, अन्याय पर न्याय की विजय--> राम रावण, कृष्ण कंस, दुर्गा महिषासुर युद्ध में विजय का प्रतीक है। सत्य और धर्म की विजय, छोटे छोटे प्रयत्नों से संग्रहित शक्ति से बड़ी विजय प्राप्त हो सकती है।
इस कार्यक्रम में मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विदिशा जिले के माननीय सह जिला संघ चालक रामकिशोर जी अग्रवाल ,विदिशा नगर के नगर कार्यवाह राजेंद्र जी बघेल प्रमुख रूप से उपस्थि रहे|
विदिशा नगर की रविदास बस्ती में शताब्दी वर्ष का संचलन का कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में श्री बृजकिशोर जी भार्गव , मध्य भारत प्रांत के प्रांत ग्राम विकास संयोजक और
अतिथि श्रीमान बलबीर जी रघुवंशी रहे | मुख्य वक्ता श्री बृजकिशोर जी ने कहा शताब्दी वर्ष में संघ ने 'पंच परिवर्तन' पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया है: कुटुम्ब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, स्व का बोध, नागरिक कर्तव्य और पर्यावरण संरक्षण। बस्ती का संचलन रॉयल सिटी से होते हुए जेल रोड से आज्ञा राम कॉलोनी मेन रोड से होते हुए गणपत कॉलोनी से रॉयल सिटी तक संपूर्ण हुआ जिसमें सभी हिंदू परिवारों ने पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का अभिवादन किया, संचलन में संघ एवं संचलन गीत गए|
महावीर बस्ती में भी शस्त्र पूजा और पथ संचलन संपन्न हुआ| संचलन पूर्व मंच पर परिचय मुख्य अतिथि श्री सुरेंद्र जी कृषि विभाग से सेवानिवृत , मुख्य वक्ता श्री गुलाब सिंह जी कुशवाहा जी जिला कार्यवाह का बौद्धिक प्राप्त हुआ | जिसमें उन्होंने विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा सहित संघ के शताब्दी वर्ष के आगामी कार्यक्रमों के संदर्भ में चर्चा की| तदोपरांत संचलन गंगा मैरिज गार्डन से शुरू होकर हरिपुरा के विभिन्न मोहल्ले से होते हुए जैन कॉलेज प्रांगण, राम द्वारा, साकेत नगर, खिरिया होते हुए वापस गंगा मैरिज पर समापन हुआ |
नगर की नर्मदा बस्ती में भव्य पथ संचलन मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा| कार्यक्रम की शुरुआत शस्त्र पूजन से हुई। पथ संचलन में शामिल स्वयंसेवकों में अनुशासन, समता, सामूहिकता, समरसता और राष्ट्रप्रेम का भाव देखने को मिला।
जिला प्रचारक विशाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि हमें अपनी गौरवशाली परंपरा पर गर्व होना चाहिए।उन्होंने सनातन संस्कृति के गौरवशाली इतिहास को सही ढंग से प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत प्रारंभ से ही विश्व गुरु रहा है और संघ की नित्य शाखा से व्यक्ति निर्माण होता है, जिससे एक विकसित और मजबूत राष्ट्र का निर्माण संभव होता है। स्वयंसेवकों से अपील की गई कि वे समाज के लिए आदर्श प्रस्तुत करें, क्योंकि उनके आचरण से ही समाज का निर्माण होगा।
सरस्वती बस्ती में विभाग समरसता प्रमुख हीरालाल जी यादव , सुदर्शन बस्ती में जिला सह कार्यवाह
विनोद जी बघेल,यमुना बस्ती में नगर प्रचारक केशव जी का बौध्दिक रहा |इन बस्तियों में भी आपने आपने मुख्य मार्ग से पृथक पृथक संचलन निकले गए |
इसी माह के आगामी दिनांक 5 से 12 में भी शेष 12 बस्तियों के बस्ती संचलन निकलेंगे | उक्त जानकारी संघ के जिला प्रचार प्रमुख वीरेंद्र जी रघुवंशी ने दी |
आगामी कार्यक्रम: इस दशहरे से अगले दशहरे तक देश में विजयादशमी उत्सव, गृह संपर्क अभियान, हिंदू सम्मेलन, प्रमुख जन गोष्ठियां, सद्भाव बैठकें, युवा सम्मेलन शाखा विस्तार जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित होगे|
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