दीपावली पर कवि दंपत्ति ने छछात्रावास में बच्चों के साथ मनाया दीप पर्व
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
कांकेर - दीपावली के शुभ अवसर पर छायावादी कवि , मानवविज्ञानी , साहित्यकार एवं परोपकारी व्यक्तित्व डॉ. रुपेन्द्र कवि — जो वर्तमान में उप सचिव , राजभवन छत्तीसगढ़ के पद पर कार्यरत हैं — तथा उनकी धर्मपत्नी , साहित्यकार एवं समाजसेविका श्रीमती सोनिका कवि ने प्रेमेट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास , पंडरीपानी (चरामा) में बच्चों के साथ दीप पर्व को आत्मीयता और उल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर कवि दंपत्ति ने छात्रावास परिसर में स्थित ‘पोषण वाटिका’ का अवलोकन किया , जहाँ बच्चे देशी खाद अथवा बिना किसी रासायनिक खाद के माध्यम से अपने उपयोग के लिये देशी सब्जियाँ उगाते हैं। यह पहल ना केवल स्वस्थ जीवनशैली , बल्कि आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक प्रेरक कदम है। कवि दंपत्ति ने छात्रावास में बनाये गये स्वच्छ , अनुशासित और शैक्षणिक वातावरण की भूरि-भूरि प्रशंसा की और बच्चों को व्यक्तित्व विकास , स्वच्छता के महत्व तथा दीपावली के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक आयामों पर प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को मिठाईयाँ वितरित की गईं और दीप प्रज्वलन कर पर्व को उल्लासपूर्वक मनाया गया।
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