घटस्थापना के साथ आज से नवरात्र हुआ आरंभ, रतनपुर में 22,500 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित, कड़े नियमों के साथ श्रद्धालुओं को कराया जा रहा है महामाया देवी की दर्शन
22.500 हजार लोंगो के आस्था एवं मनोकामना के दीप होंगें प्रज्वलित !
दर्शनार्थियो के सीसी कैमरे से होगी निगरानी !
रतनपुर से ताहिर अली की रिपोट
रतनपुर....गुरुवार प्रतिपदा को सभी देवी मंदिरों में घट स्थापना के साथ नवरात्रि का शुभारंभ हुआ। इस बार नवरात्रि 8 दिनों की होगी।
चतुर्थी और पंचमी तिथि एक ही दिन होने से नवरात्र का 1 दिन घट गया है। इस वर्ष मां कुष्मांडा और स्कंदमाता की आराधना एक ही दिन होगी ।
बताया जा रहा है कि इस बार माँ डोली में विराजमान होकर आई है। गुरुवार दोपहर ग्यारह बजकर छत्तीस मिनट अभिजीत मुहूर्त पर घट स्थापना की गई ।पहले दिन पर्वतराज हिमालय की पुत्री मां शैलपुत्री स्वरूप में मां माहामाया देवी रतनपुर की पूजा-अर्चना हुई।अब आगामी 8 दिनों तक यहां हर दिन पूजा अर्चना आरती संपन्न होगी।
प्रथम दिवस मंदिरों में वेदी गौरी गणेश कलश, नवग्रह जोत पंच लोकपाल तोरण हवन पूजन आदि किया गया।रतनपुर स्थित मां महामाया मंदिर में भी मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना आरंभ हो गई है। कोरोना के कारण इस बार यहां विशेष गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।
गुरुवार को 11:37 पर घट स्थापना की गई तो वहीं दोपहर 1:00 बजे ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए। 7 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक कोविड-19 गाईडलाइन का पालन करते हुए ही श्रद्धालुओं को दर्शन करने दिया जा रहा है। इस दौरान उन्हीं श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश मिल पा रहा है
जिनके पास वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट है या फिर rt-pcr रिपोर्ट की कॉपी है । मंदिर में बिना मास्क किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जिनके पास मास्क नहीं है उन्हें मंदिर समिति की ओर से मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है ।मंदिर में फूल माला, प्रसाद आदि चढ़ाने की अनुमति नहीं है। इन्हें प्रवेश से पहले ही निर्धारित स्थान पर जमा कराना पड़ रहा है। नवरात्रि पर पर महामाया मंदिर में सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक ही श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति है। यहां तक कि महा सप्तमी की रात भी 10:00 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा। इसलिए मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं को कालरात्रि पर पद यात्रा न करने की अपील की गई है। वहीं सभी से कहा गया है कि केवल वे ही मंदिर दर्शन के लिए आए जिनके पास वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट हो। इस वर्ष कोरोना को ध्यान में रखकर समिति द्वारा मेला, भागवत कथा प्रवचन , माता सेवा जगराता, 9 दिन तक चलने वाले निशुल्क भंडारा स्थगित कर दिया है। इस वर्ष रतनपुर महामाया मंदिर में 22,500 ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं , जिसका श्रद्धालु वीडियो कॉलिंग के माध्यम से दर्शन कर सकते हैं। इसी प्रकार महामाया देवी का लाइव दर्शन यूट्यूब, फेसबुक आदि सोशल मीडिया के माध्यम से भी कराया जा रहा है। इस वर्ष रतनपुर महामाया मंदिर में 2600 घी के और 18,300 तेल के दीये प्रज्वलित किए गए हैं, जिनमें से 1600 आजीवन सदस्य वाले जोत भी हैं। 15 अक्टूबर विजयदशमी के अवसर पर यहां देवी का राजशी श्रृंगार किया जाएगा।सभी श्रद्धालुओं दर्शनार्थियों को चैन स्नैचिंग एवं पाकिट मारी की घटना से बचाने के साथ साथ भीड़ का फायदा उठाते लूटपाट जैसे अपराध को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्वों की निगरानी करने पुलिस अधीक्षक की विशेष पहल पर जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन द्वारा पूरे मंदिर परिसर सहित नगर के प्रमुख चौक चौराहों को सी सी कैमरे से लैश किया गया है जिससे इस बार शारदीय नवरात्रि के दौरान पूरे नौ दिनों तक सतत निगरानी की जाएगी
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