सैलानियों को तेलिया बाघिन तीन शावकों के साथ नजर आई
सीएन आई न्यूज सिवनी म.प्र.से छब्बी लाल कमलेशिया की रिपोर्ट
सिवनी/पेंच राष्ट्रीय उद्यान के कोर के साथ बफर क्षेत्र में बाघ बाघिन व शावक सैलानियों को आसानी से नजर आ रहे हैं। सोमवार की रात पार्क के खवासा बफर क्षेत्र में नाइट सफारी के लिए जाने के दौरान कुछ सैलानियों को तेलीया बाघिन तीन शावकों के साथ नजर आई। इस दौरान सैलानी काफी देर तक शावकों को निहारते रहे। सैलानी शावकों को बाघिन के साथ सड़क पार करते और पोखर में एक साथ पानी पीने के अलावा जंगल में आराम फरमाते देख रोमांचित हुई। कुछ सैलानियों ने शावकों के अटखेलियां करते इस दुर्लभ फल को कैमरे में कैद किया। पेंच राष्ट्रीय उद्यान के खवासा बफर क्षेत्र में नाइट सफारी के दौरान तीन शावकों के साथ तेलिया बाघिन को सड़क पार करने व पानी पीने के पल को गाइड व नेचरालिस्ट इमरान खान ने कैमरे में कैद किया।बाघिन के साथ दिखाई दिए तीन शावक सात से आठ माह के बताए जा रहे हैं। गाइड ने बताया है कि करीब 3 घंटे तक शावक सैलानियों को नजर आए।एक सप्ताह पहले 24 मई की सुबह कार्माझिरी कोर एरिया में चार नन्हें शावकों के साथ बाघिन जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को दिखाई दी थी।बाघिन के पीछे पीछे जंगल की कच्ची सड़क पार करते नन्हें शावकों को देखकर पर्यटक रोमांचित हो उठे थे। शावकों के साथ देखी गई इस बाघिन को पेंच में गाइड रूनीझुनी बाघिन के नाम से जानते हैं, जो पर्यटकों को कम दिखाई देता है। इस बाघिन के साथ देखे गए शावकों की उम्र एक से डेढ़ माह के बीच होने का अनुमान है। अधिकारियों के मुताबिक पेंच टाइगर रिजर्व में शावकों को जन्म देने वाली 14 से 15 बाघिन मौजूद हैं। पेंच राष्ट्रीय उद्यान के कोर के अलावा अब सैलानियों के बफर में सफर के प्रति रुझान बढ़ रहे हैं। बफर क्षेत्र में भी सैलानियों को दुर्लभ वन्यप्राणियों के दीदार नजदीक से हो रहे है। पेंच राष्ट्रीय उघान के बफर क्षेत्र में वर्ष 2021 से सैलानियों की संख्या बढ़ रही है। वर्ष 2020 के जुलाई से दिसंबर माह तक केवल 8353 सैलानी ही बफर में सफर करने पहुचे थे। इनसे पार्क प्रबंधक को करीब 23 लाख रुपये की आए हुई थी। वही वर्ष 2021 के जनवरी माह से नवंबर माह तक 37 38 5 सैलानी बफर में सफर कर चुके हैं। खवासा गेट, तेलिया नेचर ट्रेल घाटकोहका, रुखड़ व कुभपानी आदि बफर क्षेत्रों में अब बड़ी संख्या में सैलानी बफर में सफर व नेचर ट्रेल का लुत्फ उठाने पहुंच रहे है। पेंच राष्ट्रीय उघान के बफर क्षेत्र में नेचर ट्रेल नाइट सफारी, मचान में कैंपिंग, साइकिलिंग आदि गतिविधिया भी सैलानियों को आकर्षित कर रही हैं। पेच राष्ट्रीय उद्यान के बफर में सफर को बढ़ावा मिलने से ना केवल पार्क प्रबंधक की आय बढ़ रही है बल्कि बफर क्षेत्र में स्थित गांव के लोगों को रोजगार भी मिल रहा हैं।
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