परितंत्र सुधार हेतु ग्रामीणों को दिया गया प्रशिक्षण....
—जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही से सूरज यादव कि खास रिपोर्ट
CNI NEWS जीपीएम/भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद देहरादून द्वारा परितंत्र सेवाएं सुधार परियोजना के स्थानीय समुदायों के लिए सतत भूमि एवम पारितंत्र प्रबंधन की सर्वोत्तम प्रणालियों के विस्तार पर मरवाही वन परिक्षेत्र के मटियाडांड, दानिकुंडी, बंशीताल, अमेराटिकरा, मौहरीटोला, सिलपहरी, नाका, कोलबीरा, बघर्रा, पथर्रा, मड़ई, एवम रुमगा ग्रामों में दिनांक 17/11/2022 से 28/11/2022 तक एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय वानिकी अनुसंधान संस्थान देहरादून से आए परामर्शदाता एवम विषय विशेषज्ञ श्री राघवेंद्र बिसेन द्वारा पारितंत्र सुधार परियोजना वर्षा जल संचयन एवम जल संसाधनों के उचित उपयोग, केंचुआ खाद पोषण पदार्थों से भरपूर एक जैविक उर्वरक, जैविक खेती और निरंतर उत्पादकता के लिए जैविक कीटनाशक एवम जैव उर्वरकों का उपयोग उन्नत चूल्हा का उपयोग वन पर्यावरण संरक्षण और पारितंत्र सेवा में सुधार, कृषि आधारित कृषि प्रणाली और कृषि वानिकी, आजीविका सृजन और जैव विविधता संरक्षण के लिए लाख की खेती एवम सतत भूमि उत्पादकता हेतु एकीकृत कृषि विकास के विषय में विस्तार पूर्वक प्रस्तुतिकरण किया गया एवम संबंधित विषयों पर लघु फिल्म एवम वीडियो का प्रदर्शन किया गया प्रशिक्षण के दौरान महिला और पुरुष ग्रामवासियों की सहभागिता रही इस दौरान उपरोक्त ग्रामों के 1125 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्रीमती कंचन देवी आई एफ एस देहरादून के निर्देशन एवम वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आर एस रावत, डॉ शिल्पा गौतम के मार्गदर्शन में इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया प्रशिक्षण में सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण किट एवम साहित्य का वितरण किया गया प्रशिक्षण में प्रशिक्षण के दौरान क्षेत्रीय सहायकों का सहयोग सराहनीय रहा।
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