अंतरराष्ट्रीय कराटे मास्टर नीलकंठ साहू जी ने प्रेस वार्ता में बताएं मनोज डडसेना जी लगातार कराटे चैंपियनशिप में 3 वर्ष तक ईमानदारी पुर्वक कड़ी मेहनत करके प्रत्येक इवेंट में बेहतर प्रदर्शन रहा राज्य स्तरीय, नेशनल स्तर में गोल्ड मेडल भी प्राप्त कर चुके हैं मनोज डडसेना के पिता श्री कीर्तन डडसेना/ माता अगसिया डडसेना ग्राम ग्रीन पंचायत सपोस के रहने वाले हैं इनका पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर सांकरा में साथ ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सांकरा में 12 वी पास के बाद रायपुर कलिंगा यूनिवर्सिटी में कामर्स में स्नातक होने बाद PGDC , एमकॉम, के बाद अब पीएचडी की तैयारी में लगे हैं साथ ही छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में विशेष आरक्षक के पद पर तैनात होते हुए महासमुन्द जिले में मास्टर ब्लास्टर ट्रेनर-मनोज डडसेना के नाम से जाने जाते हैं बच्चपन से पढ़ाई के दौरान स्काउट,रोवर में राज्यपाल एवं 16 वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में गोल्ड मेडल प्राप्त किये साथ ही राज्य स्तरीय एनएसएस कैंप सरगुजा बतोली में राज्यपाल शेखर दत्त जी के हाथों बेस्ट लिडर अवार्ड प्राप्त किया महाविद्यालय में पढ़ते हुए युवा नेतृत्व सेवा भाव को देखते हुए पुर्व शिक्षा मंत्री खेल मंत्री पर्यटक मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने छत्तीसगढ़ में बेहतर सेवा हेतू बेस्ट युवा कप प्रदान किया गया मनोज डडसेना बच्चपन से देश में अपना अलग पहचान बनाये है इनका विचार देश सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य अनुशासन कला कौशल पर फ़ोकस रहता है हर संघर्ष को हंस आगे बढ़ते रहने आज छत्तीसगढ़ में ही नहीं सम्पूर्ण भारतवर्ष में अगल पहचान बना लिये है मनोज डडसेना जी कहते हैं मरना एक दिन सबको है कुछ इस तरह कार्य कर जाये जिससे खुद का नाम स्वर्णाक्षरों में न लिखें लेकिन कर्म भूमि में कर्म कर सफ़ल होना ही उद्देश्य है जीवन भर देश सेवा जागरूकता अभियान में हमेशा रहुगा रामायण काल में श्री राम जी ने संदेश दिये महाभारत काल में कृष्ण ने इस कलियूग विष्णु भगवान् का चेला हु आप का ये मनोज जन जागरूकता अभियान में सदैव तत्पर रहेगा
मिली जानकारी के अनुसार बच्चपन से लेकर आज तक प्रत्येक गुरुवार को कछुआ मिलता है जिसे उच्चित पानी वाले स्थान में अगल अलग जगहों पर छोड़ आते हैं मनोज डडसेना को बच्चपन से आज तक 60 नगा से उपर कछुआ अचानक कही भी गुरूवार को मिल जाते, कृष्ण जन्माष्टमी के दिन गाय बैल पास आ जाते हैं जब हाथ फेरते हैं तो चले जाते हैं जंगल में पशु पक्षी के चहेते हैं इस लिए तोता मैना जीव पास आते हैं उन्हें हाथ फेरते हैं ये अद्भभुत राज है खुद मनोज जी आज तक इस लिला को समझ नहीं पाये उन्हें लगता है की ये उनका सही कर्म है कहते पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जायेंगे इस तरह शाय़द भगवान उनके कर्म के कारण कछुआ के रूप में आ जाते हैं
आज छत्तीसगढ़ में निस्वार्थ सेवा भाव से कर रहे हैं ही एक अच्छे मोटिवेशनल स्पीकर है
इस वर्ष सबसे बेहतरीन उपलब्धि मेहनत ईमानदारी से ब्लेक बेल्ट प्राप्त कर चुके मास्टर ब्लास्टर ट्रेनर-मनोज डडसेना जी को पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र सिंह जी एवं कलेक्टर श्री निलेश कुमार खीरसागर जी एवं शासन प्रशासन
ने बधाई दिये साथ ही
उनके पिता श्री कीर्तन लाल डडसेना जी, माता अगसिया डडसेना जी,चाचा श्री टिकम डडसेना,शिव डडसेना, शत्रुध्न डडसेना, दीपक डडसेना, बड़े भैया खगेश्वर डडसेना,भाई महेंद्रडडसेना, कमलेश डडसेना , मिथलेश, उमेश, सन्नी देव, गगन, नितेश, दिनेश,बहन रितू डडसेना,बहन दामाद योगेश मनीषा डडसेना
दादा श्री श्याम लाल डडसेना
नाना श्री मालिक राम डडसेना परिवार जनों ने बधाई दिये
साथ ही ग्राम पंचायत ग्रीन सपोस श्रीमती बबीता किशोर बघेल जी एवं पंचायत टिम एवं सांकरा सरपंच, हाईस्कूल प्राचार्य स्टाफ, छत्तीसगढ़ पुलिस बल, शासन प्रशासन जी ने सभी ने बधाई दिये
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.