पत्रकार जूनियर हिंदुस्तानी की खबर
कलम से समझौता नहीं
अपनी बात निडरता से
मसीहा का इंतजार करता बाल उद्यान
बालाघाट मध्यप्रदेश। ग्राम पंचायत भरवेली में पूर्व सरपंच श्रीमती रेखा सरवरी के आर्थिक प्रयास से भूमाफियाओं से जमीन मुक्त कर करके ₹800000 का सुंदर बाल उद्यान बनवाया गया परंतु बड़े अफसोस की बात है वर्तमान सरपंच गीता अनिल बिसेन की अनदेखी का शिकार भरवेली ग्राम का पहेला गार्डन अपना अस्तित्व खो रहा है आखिर क्यों वर्तमान सरपंच ग्रामीणों के पैसे से बनाया गया बाल उद्यान की देखरेख क्यों नहीं की जा रही है सवाल बना हुआ है
शिकायत की वजह से नहीं हो रहे थे विकास कार्य
पिछले सत्र में ग्राम पंचायत भरवेली भ्रष्टाचार के मामले में जिले में प्रथम नंबर पर थी सरपंच किरण मर्सकोले के ऊपर भ्रष्टाचार के अनगिनत आरोप लगाते रहे वार्ड पंचों ने शिकायत पर शिकायत करते रहे किरण मर्सकोले दोषी होने पर प्रशासन ने 40 की धारा लगा करके किरण मर्सकोले को पद मुक्त कर दिया उसके बाद आरक्षण का लाभ लेते हुए पांचों की सहमति से रेखा सरवरी सरपंच बनी रेखा सरवरी के ऊपर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते गए हर मंगलवार को कोई ना कोई व्यक्ति जनसुनवाई में शिकायत करते रहा प्रशासन ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए भरवेली ग्राम पंचायत की बागडोर जिला पंचायत सीईओ को सोफी गई जिला सीओ ने पंचायत में अधिक राशि होने के करण भरवेली में विकास कार्यों को गति प्रदान की इसी कड़ी में रेखा शर्वरी ने अपने विवेक से फैसला लेते हुए सड़क किनारे की जमीन भूमाफियाओं से मुक्त करके आठ लाख का सुंदर बाल उद्यान बनवाया आज बाल उद्यान की दशा ऐसी हो गई है कि मानो बरसों पुराना उद्यान नजर आ रहा है जहां पर लाइट की व्यवस्था आधी अधूरी है बैठने की कुर्सियां टूट गई है बच्चों के खेलने के झूले टूट गए हैं पेड़ पौधे मर गए हैं जिन्हें बचाने के लिए पंचायत किसी भी तरह ध्यान नहीं दे रही है
छोटे बच्चे आते हैं अभी भी उद्यान में
जर्जर अवस्था होने पर भी छोटे बच्चे श्याम के वक्त गार्डन में खेलने के लिए आते हैं टूटे-फूटे झूलों से ही अपना मन बहलाते हैं बाल उद्यान का रखरखाव नहीं होने की वजह से रात में सामाजिक तत्व नशे शराब गांजा पीने के लिए उपयोग कर रहे हैं आखिर क्यों पंचायत गांव के विकास में अपना योगदान प्रदान नहीं कर रही है पंचायत की जिम्मेदारी है सरकारी संपत्ति गांव की संपत्ति को सुरक्षित करना परंतु गीत अनिल बिसेन के द्वारा 8 लाख के गार्डन को महत्व क्यों नहीं दिया जा रहा है रखरखाव क्यों नहीं किया जा रहा है सवाल बना हुआ है आखिर कौन मसीहा बाल उद्यान के लिए आगे आएगा या फिर बाल उद्यान फिर से भूमाफियाओं के कब्जे में चल जाएगा सवाल बना हुआ है।
पंचायत मेंटेनेंस के नाम पर हजारों रुपए की राशि निकाली जा रही है
ग्राम पंचायत भरवेली में पंचायत के मेंटेनेंस के नाम पर हजारों रुपए का बिल वाउचर लगा करके हजारों रुपए की राशि निकाली जा रही है जिस तरह से पंचायत के लिए राशि निकाली जा रही है क्या इस तरह गार्डन के रखरखाव के लिए पंचायत के द्वारा राशि नहीं निकल जा सकती है यहां सवाल बना हुआ है
भ्रष्टाचार के मामले में अव्वल
भ्रष्टाचार की बात करें तो भरवेली पंचायत में अनगिनत भ्रष्टाचार होते रहे हैं और वर्तमान में भी भ्रष्टाचार हो रहे हैं बस फर्क इतना है कि पिछले सरपंचों के ऊपर राजनीतिक हाथ नहीं था वर्तमान में सरपंच पति खुद पावरफुल भाजपा नेता है इस वजह से कोई भी शिकायत करने से डर रहा है इसके पूर्व कुछ पंचों ने शिकायत जरूर की परंतु सरपंच पति के दबाव में आगे नहीं बढ़ पाए अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो पिछले सत्र से भी बड़ा भ्रष्टाचार इस सत्र में उजागर हो सकता है अब आगे देखना है गांव के सुंदरता को बनाए रखने वाला गार्डन अपने अस्तित्व को खोता है या फिर कोई मसीहा फिर से गार्डन को गुलजार करने के लिए आगे आता है सवाल बना हुआ है
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