रायपुर छत्तीसगढ।
उद्योग कंपनी के दोहरा चरित्र ल देखव
बिहारी मजदूर मरिस त बिना लाग लपेट के,बिना आंदोलन के 40 लाख रुपए मुआवजा देवत हे
लेकिन जब छत्तीसगढ़िया मजदूर मन उद्योग कंपनी में मरथे त उद्योग कंपनी मालिक मन छत्तीसगढ़िया मन ल मुआवजा दे बर आनाकानी करथे
छत्तीसगढ़िया मन जब तक आंदोलन हो हल्ला नई करे तब तक छत्तीसगढ़िया मन ल मुआवजा नई मिले
छत्तीसगढ़िया मन ल लाश ल रख के 2-4 दिन आंदोलन करथे,तब मुआवजा मिलथे
छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया मन के जमीन में उद्योग कंपनी खुले हे त छत्तीसगढ़िया मन साथ अईसने दोयम दर्जा के व्यवहार काबर करे जाथे
जब तक छत्तीसगढ़िया मन जागरुक नई होहू तब तक छत्तीसगढ़िया मन संग अन्याय करे जाही,छल कपट करे जाही
छत्तीसगढ़िया मन अब उग्र होवव,सिधवापना ल छोड़व, जहां छत्तीसगढ़िया हित के बात आवत हे, वहां संगठित हो के उग्र विरोध करो
जेन छत्तीसगढ़ियावाद अऊ छत्तीसगढ़िया हित में बाधक बनत हे या छत्तीसगढ़िया हित के खिलाफ काम करत हे,ओ मन ल तुरते मिट्टी में मिला दव
जोहार छत्तीसगढ़
हमर राज, छत्तीसगढ़िया राज
हमर संग जुड़व, हमर संग चलव अऊ छत्तीसगढ़िया हित बर लड़व
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना
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