Breaking

अपनी भाषा चुने

POPUP ADD

सी एन आई न्यूज़

सी एन आई न्यूज़ रिपोर्टर/ जिला ब्यूरो/ संवाददाता नियुक्ति कर रहा है - छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेशओडिशा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्राबंगाल, पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटका, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, एन सी आर दिल्ली, कोलकत्ता, राजस्थान, केरला, तमिलनाडु - इन राज्यों में - क्या आप सी एन आई न्यूज़ के साथ जुड़के कार्य करना चाहते होसी एन आई न्यूज़ (सेंट्रल न्यूज़ इंडिया) से जुड़ने के लिए हमसे संपर्क करे : हितेश मानिकपुरी - मो. नं. : 9516754504 ◘ मोहम्मद अज़हर हनफ़ी - मो. नं. : 7869203309 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ आशुतोष विश्वकर्मा - मो. नं. : 8839215630 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ शिकायत के लिए क्लिक करें - Click here ◘ फेसबुक  : cninews ◘ रजिस्ट्रेशन नं. : • Reg. No.: EN-ANMA/CG391732EC • Reg. No.: CG14D0018162 

Wednesday, December 25, 2024

सनातन के लिये इधर उधन ना भटको। कहते है हैप्पी न्यू ईयर। कुछ नही हुआ- पंडित प्रदिप मिश्रा जी। केवल कलैन्डर बदला है। तूम तो जैसे थे वैसा ही रह गये। क्या मतलब,जब बसंत बदले। मेरे भारत की भूमि की हरियाली बदले। जब आपके चहरे की रौनक बदले। जब आपका दिल प्रफुलित हो वो चैत्र का महिना तब मालूम पडता है,की नया वर्ष आया है। 31 दिसम्बर की तारिक को दारू की बोतल खुलती है। और भारतीय नये वर्ष चैत्र के नववर्ष में गंगा जल खुलता है - पंडित प्रदीप मिश्रा जी। अग्रेजी नये वर्ष 31 को लोग पीपी के गटर में मिलते है। चैत्र नव वर्ष में सनाति लोग मंदिर और शिवालय में मिलते है।


रिपोर्टर - संजू महाजन के साथ हितेश मानिकपुरी की रिपोर्ट


 सनातन के लिये इधर उधन ना भटको। कहते है हैप्पी न्यू ईयर। कुछ नही हुआ- पंडित प्रदिप मिश्रा जी।




 केवल कलैन्डर बदला है।  तूम तो जैसे थे वैसा ही रह गये। 


क्या मतलब,जब बसंत बदले। मेरे भारत की भूमि की हरियाली बदले। 


जब आपके चहरे की रौनक बदले। जब आपका दिल प्रफुलित हो वो चैत्र का महिना तब मालूम पडता है,की नया वर्ष आया है। 



31 दिसम्बर की तारिक को दारू की बोतल खुलती है। और भारतीय नये वर्ष चैत्र के नववर्ष  में गंगा जल खुलता है - पंडित प्रदीप मिश्रा जी।



अग्रेजी नये वर्ष 31 को लोग पीपी के गटर में मिलते है। चैत्र  नव वर्ष में सनाति लोग मंदिर और शिवालय में मिलते है।




रायपुर छत्तीसगढ । आज श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा जी आज की कथा में भारत माता दिवस पर  बधाई दी। भारत काशी प्रदेश में संत हुये। भष्म का सिंगार करते है।शिव पर चढाये गये बेल पत्र, गाय का दूध। शंकर जी को आपकी जल की जरूरत नही है। आप यह ना सोचे हम जल बेल पत्र चढा रहे है। तो यह ना सोचे। क्यो कि आदि शक्ति उस पर विराजमान है। शिव को दिप तिलक की जरूरत नही है।

शंकर के पास चंद्रमा है। आप किसी को भिक्षा दे रहे हो, शिक्षा दे रहे हो, किसी का मदद कर रहे हो। एक दिन पूरा भरा धन शिव आपको जरूर देंगे। जीते जी दान किया,  वह मरते दम तक नही छोडेगा जीते जी भजन कर रहे हो, दान कर रहो। वह आपके पास जरूर आयेगा। एक लोटा जल भगवान शंकर पर समर्पित किया। वह आपके लिये किया है।

शिव पर चढाये हुये जल को पीने और खाने से वह अमृत बन जाता है। शिव पर भष्म चढाये।

पुष्प चढाये, बेल पत्र चढाये। शंकर जी की फोटो शिव जी के कान में कनेर का पुष्प लगा रहता है। जमना दास जी पुष्पा तैयार करते है। डलिया के फुल को एक रूप में खरीदना चाहता है। फुल का माला तैयार करने के लिये। एक राजा यमन राज के लिये 2 रूपए। दोनों में फूल को लेकर रेट बढाते रहे। जमना दास जी ने अपना जमीन बेच कर ठाकुर जी के लिये 50  हजार का फूल खरीदा। कोई परिवार ऐसा भी है बीवी बच्चे के लिये 20 रू का

 फूल लाता है। परमात्म के लिये सस्ता फूल लाता है।

जब भी घर में साडी या कपडे अपने परिवार के लिये लाते है तो अपने परमात्मा के पास चढा दो।

उसके बाद वह प्रसाद का रूप बन जाता है।किसी भी भंडारे में भोजन करते है तो घर में खाते हो वह उससे भी ज्यादा स्वादिष्ट खाना वहा का रहता है। जो एक भगवान की प्रसाद है।  देवांगन जी आप भी एक दिन यहा के भंडारे की भोज जरूर सेवन करना। चाहे किसी गुरू द्वारा, मंदिर, साधू संत की स्थल, या धार्मिक जगह जाओ वह का भी प्रसाद सेवन करना चाहिये। भगवान पर चढा हुआ 200 रूपए का साडी वह एक प्रसाद है। जो किसी को भी दान करोगे वह प्रसाद है।


सनातन के लिये इधर उधन ना भटको। कहते है हैप्पी न्यू ईयर। कुछ नही हुआ। केवल कलैन्डर बदला है।  तूम तो जैसे थे वैसा ही रह गये। क्या मतलब,जब बसंत बदले। मेरे भारत की भूमि की हरियाली बदले। जब आपके चहरे की रौनक बदले। जब आपका दिल प्रफुलित हो वो चैत्र का महिना तब मालूम पडता है की नया वर्ष आया है। 31 दिसम्बर की तारिक को दारू की बोतल खुलती है। और भारतीय नये वर्ष चैत्र के नववर्ष  में गंगा जल खुलता है। अग्रेजी नये वर्ष 31 को लोग पीपी के गटर में मिलते है। चैत्र  नव वर्ष में सनाति लोग मंदिर और शिवालय में मिलते है। मेरे भारत वासियों से निवेदन है। मेरे देश वासियों से निवेदन है। मेरे सनातियों से निवेदन है। आप 31मना रहे हो मनाओं । हमारी तरफ से पूरी छुट है।  याद रखना उस 31के दिन भी मय खाने में मदरा के दुकान पर नही। कुबेश्वर धाम महाकाल की भूभि पर जाइये।हमारे रायपुर के कोई शंकर मंदिर,राममंदिर, चंपारेश्वर महादेव मंदिर, और छत्तीसगढ के प्राचीन शिवालय में जाइये महाराष्ट्र के प्राचीन शिवालय में जाइये। अगर मनाना है तो शंकर की शरण और चरणों में मनाये।आप कितने किस्मत वाले हो छत्तीसगढ वालों दिसम्बर की कथा मिली और 4 जनवरी से हालेकोसा छुरिया 10 जनवरी तक शिव की शिव की शरण मिलेगी।

No comments:

Post a Comment

Please do not enter any spam link in the comment box.

Hz Add

Post Top Ad