शमशाबाद विदिशा मध्यप्रदेश।
नगर परिषद शमशाबाद द्वारा भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं कर दी पार
नगर परिषद शमशाबाद में एक दिलचस्प मामला सामने आया है पहले भूमि पूजन करते हैं निर्माण करते हैं और उद्घाटन से पहले तुड़वा दिया जाता है शमशाबाद में नए बस स्टैंड पर शमशाबाद की एकमात्र पानी की टंकी( प्याऊ)का निर्माण किया गया जिसमें इंजीनियर ने बताया इस टंकी की कुल लागत 4 लाख रुपए थी जिसको बनाकर चालू करने से पहले ही तोड़ दिया गया जिसमें इंजीनियर का कहना है इस टंकी को पी ई सी मीटिंग में तोड़ा गया और नवीन सार्वजनिक शौचालय बनने की अनुमति ली गई इस टंकी में जो 4 लाख का पेमेंट हुआ था वह जनता के टैक्स से वसूल पैसे थे जिन पैसों का पूरा दुरुपयोग हो गया अब दिलचस्प बात यह है उस पानी की टंकी के स्थान पर एक नवीन सार्वजनिक शौचालय जिसकी लागत इंजीनियर द्वारा 23 लाख रुपए बताई गई और उसी 23 लाख रुपए के सार्वजनिक शौचालय को खंडहर की तरह पड़े हुए 5 महीने हो गए हैं संबंधित ठेकेदार सोनू राजपूत से बात करने पर उन्होंने बताया नगर परिषद शमशाबाद द्वारा मुझे पेमेंट नहीं मिलने के कारण मुझे इसकी सेटिंग खुलवानी पड़ी और काम अधूरा छोड़ना पड़ा और दूसरी तरफ सीएमओ का कहना है नगर परिषद पर बजट नहीं है नगर परिषद अकाउंट खाली है तो सोचने वाली महत्वपूर्ण बात यह है नगर परिषद द्वारा कोई काम अधूरा करने के लिए ही शुरु किया जाता हे क्या, नगर परिषद शमशाबाद किया नगर शमशाबाद को खंडर बनाना चाहती है क्या ।क्योंकि नगर में तीन-चार बिल्डिंगों के काम ऐसे चल रहे हैं जो चालू तो हुए पर अभी तक पूरे नहीं हुए बहुत सारे सवाल आम नागरिक के मन में है इसका जिम्मेदार कौन वहीं दूसरी और नगर परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि का आरोप है अध्यक्ष और सीएमओ की मनमानी से उस पानी की टंकी(प्याऊ)को तोड़ा गया है और सार्वजनिक शौचालय मैं कमीशन के खेल के चक्कर में निर्माण अधूरा है और वरिष्ठ अधिकारियों से जांच की मांग चाहते हैं अब देखना यह है कि वरिष्ठ अधिकारी इसमें क्या कार्रवाई करते हैं
CNI NEWS विदिशा मध्यप्रदेश से खिलान सिंह प्रजापति की रिपोर्ट।
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