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Friday, October 2, 2020

सदी के महानायक ने छग मुख्यमंत्री बघेल का लिया साक्षात्कार

 


अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट 


रायपुर -- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ‘बनेगा स्वस्थ इंडिया’ लाईव कार्यक्रम में शामिल हुये। इस दौरान कोरोना,स्वास्थ्य-स्वच्छता और पर्यावरण पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने मुख्यमंत्री बघेल से सवाल  किये। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार संभवत: यह पहला अवसर है जब अमिताभ बच्चन ने किसी मुख्यमंत्री का इंटरव्यू लिया हो।मुख्यमंत्री ने कहा कि सुपोषण अभियान, हाट-बाजार क्लिनिक योजना, सुराजी गांव योजना तथा वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के जरिये छत्तीसगढ़ सरकार स्वच्छता, स्वास्थ्य, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लगातार काम कर रही है। अमिताभ बच्चन द्वारा लॉकडाऊन खुलने के बाद छत्तीसगढ़ में 300 फीसदी कोरोना के मरीज बढ़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि लॉकडाऊन के समय सरकार ने कई कदम उठाये। राज्य की सीमायें सील की गयी , विदेशों से आने वालों की पहचान की गयी , इससे संक्रमित तीन फीसदी पर ले आये थे। चूकि छत्तीसगढ़ की सीमा सात राज्यों से जुड़ी हुई है , इसका बहुत बड़ा इलाका नक्सल से प्रभावित है। लॉकडाऊन खुलने के बाद बाहर से लोग और जवान ट्रेन, बस और फ्लाइट के माध्यम से लौटे , इससे संक्रमण बढ़ा। लाकडाऊन बढ़ाये जाने के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वे अब लॉकडाऊन के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा, लोग अस्पताल में अकेला महसूस करते हैं , परिजन भी मरीजों से मिल नहीं सकते , इसे देखते हुये होम आइसोलेशन की शुरूआत की है , लोग इसका लाभ भी ले रहे हैं। जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी नहीं है, वे परिवार के साथ रहकर स्वस्थ हो रहे हैं , इनकी बड़ी संख्या है। इसके अलावा हम घर-घर दवाइयांँ बांँट रहे हैं , कॉल सेंटर के जरिये डॉक्टर भी लगातार संपर्क में हैं , उनको सही सुझाव दे रहे हैं। हमारे यहां संक्रमित की संख्या एकतीस हजार है।अमिताभ बच्चन के छत्तीसगढ़ के स्वच्छता अभियान सफलता को लेकर किये गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य और पर्यावरण तीनों एक साथ जुड़े हैं। छत्तीसगढ़ में दस हजार महिला समूह लगातार काम कर रही हैं , हम सोलह हजार टन कचरे का रोज निपटारा करते हैं , इसी सफाई व्यवस्था के चलते छत्तीसगढ़ ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री बघेल ने आगे बताया कि स्वच्छता के लिये नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी, गोधन और स्वच्छ दीक्षा योजना शुरू की है। दीक्षा योजना के तहत कई राज्य और नेपाल व भूटान की टीम ने भी प्रशिक्षण लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, पेट्रोल-डीजल के अनावश्यक खर्च को बचाने के लिये ई-रिक्शा से कचरे का परिवहन किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के तहत हरेली त्यौहार से लेकर अब तक दो महीने में   ग्यारह लाख क्विंटल गोबर एकत्र किया गया और 20 लाख की राशि का भुगतान हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में चवालीस प्रतिशत  जंगल है , देश को आॅक्सीजन देने में इसका 17 फीसदी योगदान है। हम  पौधरोपण में फलदार पेड़ों को बढ़ावा दे रहे हैं , इससे वनांचल , आदिवासी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आय का साधन मिलेगा। मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि राज्य में 37.7 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं। छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त राज्य बनाने के लिये बीते वर्ष 02 अक्टूबर को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की गयी थी। मुझे यह बताते हुये प्रसन्न्ता हो रही है कि इस योजना से एक वर्ष में ही राज्य के पाँच लाख कुपोषित बच्चों में से 68 हजार बच्चे कुपोषण से मुक्त हुये हैं , जो कि लगभग 13 प्रतिशत हैं। इसके अलावा हमने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना भी शुरु की है। इसके तहत वनांचलों में मेडिकल टीम प्रत्येक हाट-बाजार में जाकर सेवायें दे रही हैं। कोरोना संकट के इस दौर से पूर्व तक 26 हजार चिकित्सा कैम्पों का आयोजन इस योजना के अंतर्गत किया गया, जिससे लगभग आठ लाख लोग लाभन्वित हुये हैं। इस प्रकार राज्य सरकार स्वच्छता, स्वास्थ्य, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनवरत कार्य कर रही है।

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