अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर -- वर्तमान में पूरी दुनियां कोविड-19 से संघर्षरत है। ऐसे हालात और संकट की घड़ी में मानवता की सारी उम्मीदें हमारे स्वास्थ्य और चिकित्सा से जुड़े हुये लोगों पर टिकी हुई है। इनमें निजी अस्पतालों के निजी डॉक्टरों की सेवा भी काफी प्रशंसनीय है। इनके द्वारा अस्पतालों में सीमित उपकरणों और संसाधनों के बावजूद कोरोना की इस लड़ाई को लगातार जारी रखे हुये हैं। छत्तीसगढ़ में अभी कोविड-19 की दूसरी लहर चल रही है और हम अपने संसाधनों और अपनी व्यवस्थाओं के साथ उसका पुरजोर मुकाबला भी कर रहे हैं। इसके तहत राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है ताकि मरीजों को तत्परता से इलाज सुविधाओं का भरपूर लाभ मिले।
उक्त बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज आज राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में बीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में कोरोना महामारी के बचाव और नियंत्रण के संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों से चर्चा करते हुये कही। उन्होंने स्वास्थ्य और चिकित्सा से जुड़े सभी लोगों को कोरोना महामारी की इस लड़ाई में महत्वपूर्ण फ्रंटलाइन वर्कर्स बताते हुये चिकित्सकों से अपने-अपने संस्थान में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर से बेहतर उपयोग कर मरीजों को सुगमता से इलाज सुविधा का लाभ दिलाने की बात कही। इनमें आवश्यक चिकित्सा उपकरणों को बढ़ाने सहित ऑक्सीजन प्लाण्ट आदि सुविधाओं के लिये भी आवश्यक पहल करने के संबंध में जोर दिया। बैठक में मुख्यंत्री को डॉक्टरों ने बताया कि इस लहर के बाद संभवतः तीसरी लहर भी आ सकती है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री ने सभी बड़े अस्पतालों को अभी से इसकी तैयारियां शुरू करने जैसे आईसीयू और वेंटीलेटर बैड बढ़ाये जाने की बात कही। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में निजी अस्पताल के डॉक्टरों को ये चेतावनी भी दे दी कि वे मरीजों से स्वास्थ्य विभाग के नियमों के मुताबिक ही शुल्क लें। ऐसा कोई भी अतिरिक्त शुल्क ना लें जिससे उनकी शिकायतें पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इस आपदा में हर मरीज की मदद करने के लिये भी डॉक्टरों को कहा है। सीएम बघेल ने चिकित्सा संस्थानों की मांग पर वहां आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाओं में बढ़ोत्तरी सहित प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था आदि के संबंध में शासन की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। इसके लिये उन्होंने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य और अपर मुख्य सचिव गृह को शीघ्र आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री टी०एस० सिंहदेव ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण से बचाव तथा रोकथाम के लिये हमाऐ मुख्यमंत्री द्वारा समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों के साथ लगातार चर्चा कर समीक्षा की जा रही है। इस कड़ी में आज राज्य भर के 24 निजी चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञ चिकित्सकों से चर्चा हुई और उनसे महत्वपूर्ण सुझाव आये हैं। उन्होंने सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों अपने-अपने संस्थान में चिकित्सा सुविधाओं में और बढ़ोत्तरी के लिये विशेष रूप से आग्रह किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री टी०एस०सिंहदेव , अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू , अपर मुख्य सचिव श्रीमति रेणु पिल्ले , मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और संचालक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण नीरज बंसोड़ उपस्थित थे। इस दौरान एम्स रायपुर से डॉ. नितिन एम. नागरकर ने चर्चा में भाग लेते हुये वैक्सीनेशन सहित आईसीयू तथा वेन्टीलेटर जैसे चिकित्सकीय सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कहा। इसी तरह मेकाहारा से डॉक्टर ओ०पी० सुन्दरानी , बिलासपुर से डॉ. आर.पी. मिश्रा , डॉ. अमित सोनी , डॉ. देवेश , डॉ. रविशेखर , रायगढ़ से डॉ. सुभाष , डॉ. मनोज कुमार तथा दुर्ग से डॉ. प्रतिक कौशिक , डॉ. आशीष मित्तल , डॉ. ए.पी. सावंत , अंबिकापुर से डॉ. अभिषेक वाजपेयी , धमतरी से डॉ. सूरज गुप्ता , डॉ. संदीप पटोदा , बाल्को से डॉ. एस. वेंकट कुमार , बालाजी हॉस्पिटल रायपुर से डॉ. देवेन्द्र नायक , श्री मेडीसाइन हॉस्पिटल से डॉ. सुशील शर्मा और डॉ. शैलेन्द्र उपाध्याय , डॉ. नवीन शर्मा , डॉ. सुनील खेमका तथा श्री रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल से डॉ. संदीप दवे आदि विशेषज्ञ चिकित्सकों ने चर्चा में भाग लेकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
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