मुलमुला, 50 हजार रुपए दो नहीं तो जाओगे जेल, 3 माह तक नहीं मिलेगी जमानत उक्त आरोप मुलमुला पुलिस पर लगा है यह आरोप किसी और ने नहीं स्वयं आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकारते हुए मुलमुला पुलिस पर लगाया है जेल जाने के डर से आरोपी ने पुलिस को 50 हजार रुपए नकद दिए जिसके बाद पुलिस ने पानी को 2 लीटर महुआ शराब प्रस्तुत कर 34 (1) के तहत कार्यवाही की गई मामला अकलतरा के ग्राम पौना का है
इस बीच हमारे न्यूज़ प्रतिनिधि का गुजरना उसी गांव में हुआ, तब उसकी मुलाकात सामाजिक कार्यकर्ता से हुई जिसने पूरी बात बताई सामाजिक कार्यकर्ता और हमारे प्रतिनिधि ने आरोपी शिव प्रसाद पटेल के साथ मुलाकात की, आरोपी शिव प्रसाद ने अपने साथ हुए पुलिस कार्यवाही के बारे में खुलकर बताया उन्होंने बताया की घटना 23 अप्रैल को दोपहर डेढ़ बजे की है, आरोपी घर में सो रहा था, तभी मुलमुला पुलिस उसके घर पर पहुँचती है दरवाजा खोलते ही उनकी नज़र 2 डब्बे में रखे महुआ पास पर पड़ती है जिसे उन्होंने तालाब किनारे ले जाकर नष्ट कर दिया जिसके बाद 1 जेरीकेन में 2 लीटर के करीब पानी भर दिया और उसे महुआ शराब बताकर आरोपी के अगल-बगल में पुलिस कर्मी को खड़ाकर फोटो भी खिचवाली पुलिस वालों उसे अपनी बोलेरो में बैठकर कुछ दूर लेकर गए, जहां उससे पुलिसवालों ने सीधे 50 हजार रुपए की मांग रखी
पुलिस वालों ने सीधे कहा 50 हजार रुपए दो नहीं तो जाओगे जेल, 3 माह तक नहीं मिलेगी जमानत' आरोपी शिव प्रसाद पुलिस वालों की बातों से डर गया और पैसे देने की बात स्वीकार कर ली तब तक पुलिस की बोलेरो गांव के माता चौरा के पास पहुंची थी, वहां से बोलेरो को वापस आरोपी के घर तक लाया गया आरोपी ने पैसे निकालकर पुलिस कर्मी को दिए जिसके बाद पुलिस उसे घर पर ही छोड़कर कर चली गई आरोपी शिव प्रसाद पटेल ने बताया की बोलेरो में मुलमुला थाना प्रभारी उमेश साहू सब इंस्पेक्टर, प्रधान आरक्षक एवं दो आरक्षक शामिल थे इस मामले में मुलमुला पुलिस ने आरोपी शिव प्रसाद पटेल के खिलाफ 34 (1) के तहत कार्यवाही की गई
आरोपी शिव पटेल ने क्षेत्र के एक समाजसेवक से अपनी आप बीती सुनाई मामले को संज्ञान में लेते हुए सामाजिक कार्यकर्ता ने हमसे संपर्क किया और आरोपी शिव पटेल से एक वीडियोग्राफी के तहत जब इस बारे में पूछा गया तब उन्होंने 50 हजार रूपये देने की बात स्वीकार किया ।
आपको बता दे की जांजगीर जिले मे कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी ने जिले के संपूर्ण क्षेत्र को 6 मई तक सुबह 6 बजे तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। इस अवधि में जिले में संचालित सभी देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानें बंद किया गया है। जिसके वजह से कुछ लोग गांव में कच्ची शराब बनाकर चोरी-छिपे बेच रहे हैं। ऐसे लोगों पर पुलिस पैनी नजर गड़ाए हुए हैं लेकिन जिले के पुलिस मुस्तैदी के साथ पकड़ तो रहे हैं लेकिन जिस हिसाब से तस्कर पुलिस गिरफ्त में आ रहे हैं उस हिसाब से केस दर्ज नहीं हो रहे हैं पुलिसकर्मियों पर अधिकांश मामलों पर लेन देन कर मामले को निपटाने का आरोप लगते आ रहे थे
दुर्गेश यादव की रिपोर्ट
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