किसानों के जैविक उत्पादों के विपणन के लिए जिला स्तर पर के्रता विके्रता मिलन का आयोजन किया गया। अंबागढ़ चौकी विकासखंड को 5 वर्षो में जैविक विकासखंड बनाने 1000 हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों ने जैविक खेती संचालित किया जा रहा है। विगत 3 वर्षो से कृषक कर रहे है जैविक खेती प्रमाणीकरण के शर्त के अनुसार यह अंतिम वर्ष जिसके बाद किसानों को पीजीएस का प्रमाण पत्र प्राप्त होगा। जिससे कृषक अपने उत्पाद को सभी मंचों पर विक्रय करने से लिये स्वतंत्र होंगे। अधीन सहभागिता प्रतिभूति प्रणाली के माध्यम से किया गया जैविक प्रमाणीकरण। जिसके तहत 3 वर्ष तक खेतों में बिना रसायन के खेती करके तैयार उत्पाद को दिया जाता है प्रमाण पत्र।
जैविक उत्पाद, क्रेता, विक्रेता मिलन कार्यक्रम में अंबागढ़ चौकी विकासखंड के जैविक कृषक समूह के 50 कृषक व व्यापारी (क्रेता) मंडल के तरफ से राईस मिल प्रबंधक प्रकाश जैन, अमित अग्रवाल व अन्य व्यापारी उपस्थित थे एवं कृषि विकास से उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे, सहायक संचालक कृषि, टीकम सिंह ठाकुर, डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर आत्मा राजू कुमार, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक बीएस राजपूत, मंडी सचिव रामलखन साहू, मंडी बोर्ड से विपणन अधिकारी नानक चंद एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रमोद कुमार जैन, नरेन्द्र यादव, एचएस राजोरिया, टीआर खरे एवं जलग्रहण परियोजना डब्ल्यूसीडीसी रेशनी साहू उपस्थित थे। आने वाले दिनों में जिले एवं राज्य के जन मानस को जैविक धान के विभिन्न किस्मों का उपभोग के लिए लाभ सरलतापूर्वक हो सकेगा।
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