डेढ़ लाख टन कचर का निष्पादन करने साल भर में भी टेंडर नहीं
अक्टूबर माह में बुलाए गए 5वीं टेंडर की स्कूटनी प्रक्रिया जारी है
तकनीकी शर्त के हिसाब से स्थानीय स्तर पर क्वालीफाइड निविदाकार नहीं आ रहे
डिस्पोजल के लिए शासन स्तर पर 6 करोड़ की राशि जारी की गई
पोटिया स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड में फैले करीब डेढ़ लाख टन कचरे का निष्पादन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. साल भर से जारी प्पी प्रक्रिया में अनुबंध की शर्तें रोड़ा बना हुआ है. साल भर में 5 टेंडर जारी किए गए, लेकिन तकनीकी रूप से दक्ष निविदाकार नहीं मिलने से यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है. लिगेसी वेस्ट के उचित डिस्पोजल के लिए शासन स्तर पर 6 करोड़ की राशि जारी की गई है.
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इन शहरों में हुआ लिगेसी वर्क
देश के बड़े शहरों में लिगेसी वेस्ट का कार्य हुआ है. जिसमें गुजरात,
अहमदाबाद, सूरत, बड़ोदरा, इंदौर, दिल्ली, हैदराबाद, सिकंदराबाद सहित अन्य बड़े शहर हैं. इन शहरों में लिगेसी वेस्ट करने वाली एजेंसी ही तकनीकी रूप से दक्ष बताए गए हैं.
स्कूटनी के बाद स्थिति स्पष्ट
निगम के ईई मोहनपुरी गोस्वामी ने बताया कि 5वीं बार टेंडर में स्कूटनी नहीं हो पाई है. स्कूटनी के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. अपात्रता की स्थिति में फिर टेंडर बुलाए जाएंगे.
इन तिथियों में टेंडर जारी किया गया
लिगेसी वेस्ट के निष्पादन के लिए साल भर से टेंडर जारी है. नवम्बर 2020 में पहला टेंडर काल किया गया. उसके बाद दिसम्बर, अप्रैल, जून व अक्टूबर माह में टेंडर बुलाए गए. अक्टूबर माह में बुलाए गए 5वीं टेंडर की स्कूटनी प्रक्रिया जारी है.
नगर निगम के कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी की माने तो तकनीकी शर्त के हिसाब से स्थानीय स्तर पर क्वालीफाइड निविदाकार नहीं आ रहे हैं. नवम्बर 2020 में प्रथम टेंडर जारी हुआ, तो एकल निविदा के कारण निरस्त किया गया. उसके बाद जारी टेंडरों में एजेंसियां ने दावेदारी की लेकिन अनुबंध एवं शर्त के चलते अपात्र हो गए. निविदाकार के लिए सबसे बड़ी शर्त यह है कि इस प्रकार के प्रोजेक्ट का अनुभव उन्हें होना चाहिए.
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