मड़ई मेला मनाकर कोरोना को आमंत्रण, आयोजको पर प्रशासन क्या करेगी कार्यवाई..???
छुरिया - विकासखंड के ग्राम पंचायत महराजपुर एवं साल्हेटोला व अन्य ग्रामो में कलेक्टर के आदेश का खुला उल्लंघन कर मड़ाई मेला का आयोजन झमाझम किया जा रहा है। जबकि वर्तमान में कोरोना महामारी,ओमिक्रॉन के रूप में भयावह तरीके से पैर पसार रहा है। जिसको देखते हुए देश के विभिन्न राज्यो सहित छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में कलेक्टर द्वारा रोकथाम हेतु निषेधाज्ञा आदेश जारी किया गया। जिसमें कहा गया है कि सभी प्रकार के धार्मिक,सामाजिक,संस्कृतिक आयोजनों,खेल कूद व अन्य गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाकर सामूहिक जमावड़ा से निषेधित किया गया है किंतु शुक्रवार के दिन ग्राम पंचायत महाराजपुर एवं सालेटोला में कलेक्टर का आदेश का उल्लघंन करते हुए मड़ाई का आयोजन झमाझम किया गया था।जिसमे आसपास के गांव से बहुसंख्यक लोग शामिल हुए थे। मिली जानकारी अनुसार पिछले वर्ष भी मंड़ाई खत्म होने के बाद कोरोनावायरस के मामले बढ़ जाने के चलते महाराजपुर को कंटेटमेंट ज़ोन घोषित कर दिया गया था जिसमें यह भी बताया गया कि कुछ लोगों को वायरस की चपेट में आने पर जान भी चली गई। वही फिर लापरवाही सामने आई है जहां मंड़ाई को बंद करवाने पहुंचे तहसीलदार को बैरंग लौटना पड़ा। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही ही कहा जा सकता है कि ऐसे आयोजनों को गंभीरता से न लेते हुए इतने बड़े आयोजन को बंद कराने तहसीलदार का छोटा दल व पुलिस विभाग के एक दो जवान के अलावा कोई नहीं दिखा जबकि जनपद पंचायत की ओर से केवल पंचायत सचिव ही नजर आए ऐसे में जिला कलेक्टर के आदेशों को कितना गंभीरता पूर्वक लिया गया इस आयोजन से जाना जा सकता है।
मंड़ाई मेला का आयोजन बगैर सरपंच सचिव के सहयोग के संभव नहीं।
जिला कलेक्टर का आदेश पांच जनवरी को जिले भर के प्रशासनिक अधिकारीयो से लेकर ग्राम पंचायतों को दी गई है। जिसकी आव्हेलना करने वालों पर कठोर कार्यवाही का प्रावधान है लेकिन यहां क्या देखते हैं ग्राम पंचायत महाराजपुर व साल्हेटोला पंचायत में मंड़ाई मेला का इतना बड़ा आयोजन किया जाना किसके संज्ञान में लेकर किया गया? क्योंकि मड़ाई अपने व्यापक रूप में दिखाई दे रहा था। साथ ही कोरोना संक्रमण नियमो का पालन भी नही किया जा रहा था। तहसीलदार छुरिया द्वारा सरपंच,सचिव व ग्रामवासियों को बुलाकर मड़ाई मेला आयोजन को बंद करने कहा गया किन्तु ग्रामवासियों द्वारा तहसीलदार छुरिया की बात को न मानकर रात्रि तक मड़ाई मेला का आयोजन कर कोरोना संक्रमण के साथ लुफ्त उठाया जा रहा था। ग्राम के सरपंच, सचिव की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत होती है क्योंकि कलेक्टर आदेश का पालन एवं उलंघन ग्राम स्तर पर उनके द्वारा ही कराया जाना होता है। कुछ जागरूक ग्रामवासियों द्वारा उक्त मड़ाई मेला में कलेक्टर आदेश का उल्लंघन के संबंध में कलेक्टर से शिकायत की जाने की तैयारी की जा रही है। इसी तरह ग्राम पंचायत साल्हेटोला में भी सरपंच सचिव की भूमिका संदेह से परे नही है। ज्ञात सूत्रों से पता लगा है कि मड़ाई मेला आयोजित ग्रामो के सरपंच सचिव द्वारा मड़ाई आयोजन के नाम पर दुकानदारों से अवैध उगाही कर अधिकारियों से स्वकृति दिलाने का कार्य किये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है।
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