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Monday, May 2, 2022

साहब आप खाओ बोरे बासी हमें खिलाओ राखड़,

 साहब आप खाओ बोरे बासी हमें खिलाओ राखड़,


कोरबा सेंट्रल न्यूज़ इंडिया- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान के तहत विश्व श्रमिक दिवस के अवसर पर प्रदेश के साथ साथ समस्त जिले में बोरे बासी का आनंद लिया। कोरबा जिले में भी शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च अधिकारी हो या आम जनता सभी ने छत्तीसगढ़ मुखिया के आदेश का पालन करते हुए दिखे और सभी ने बोरे बासी खाते हुए छत्तीसगढ़ व्यंजन का लुफ्त का चटकारा भी ली, लेकिन कोरबा जिले में एक ऐसा वार्ड जहां बोरे बासी नहीं जबकि राखड़ खाने को मजबूर दिखाई दिए, हम बात कर रहे हैं, कोरबा मुख्यालय से कुछ मीटर की दूरी डिंगपुर सतनाम नगर के बस्ती लगा हुआ है, जहां बोरे बासी नहीं हमेशा की तरह आज भी राखड़ खाने को मजबूर है, क्षेत्र में ब्लैक स्मिथ कंपनी द्वारा अवैध राखड़ का डंपिंग कर राखड़ का पहाड़ बना दिया गया है, नियम के विरुद्ध कार्य कर जिला प्रशासन के निर्देशों को ठेंगा भी दिखाते नजर आए, जबकि नियम यह कहती है कि राखड़ डंपिंग के बाद इसमें मिट्टी के परत से ढका जाता है, या तो राखड़ में पर्याप्त रूप से पानी का छिड़काव किया जाता है, जिससे राखड़ ना उड़ सके, जबकि ब्लैकस्मिथ कंपनी द्वारा ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है, मिट्टी की परत एवं पानी छिड़काव ना करने की वजह से आसपास के घरों में राखड़ उड़कर घरों में जा रही है, पीने का पानी हो या खाने का सामान सभी में राखड़ ही राखड़ दिखाई दे रहा,  जब हमारे अम्बिकावाणी  के संवाददाता ने डिंगापुर के लोगों से रूबरू हुए तो पता चला कि यहां के लोग शुद्ध हवा नहीं बल्कि राखड़ वाली हवा खाने को मजबूर है, राखड़ उड़कर लोगों के साथ साथ छोटे-छोटे बच्चों के आंखों में घुस जाने से आंखें अत्यधिक चुभने लगता है, घर से निकलना भी एक मुसीबत सा हो गया है, मानो ऐसा लग रहा है कि हमें जेल में कैद कर रखे हैं, हम अपनी परेशानी बताएं तो किस से बताएं कोई सुनने वाला ही नहीं है, जिला प्रशासन के भी उच्च अधिकारी कार्यवाही करने पर क्यों कतरा रही है, यह समझ के परे है, कई  सवाल जन्म ले रही है, आम जनता के सेवा करने वाले जिम्मेदार अधिकार आंख कान बंद कर बैठे हैं, सूत्रों से पता चला कि सतनाम नगर डिंगापुर के जिस क्षेत्र में रख डंपिंग किया जा रहा वहां पर बड़े पैमाने पर कारखाना खुलने की चर्चा हो रही है, अब यह बात कितनी सत्य है, यह समय ही बताएगा लेकिन जिला प्रशासन इस और कड़ी रुक दिखाने की जरूरत है, वार्ड वासियों को राखड़ मुक्त कर कई बीमारियों से बचाने की जरूरत है, सेंट्रल न्यूज़ इंडिया में राखड़ को लेकर आए दिन खबर प्रकाशित की जाती है, लेकिन जिला प्रशासन के पर्यावरण विभाग एवं उच्च अधिकारी मौंन क्यों बैठे हैं, यह समझ से परे है, 

वार्ड के लोगों का वर्जन- नाम न बताने की शर्त पर यहां के लोगों ने बताया कि हम सभी उड़ते राख से इतने परेशान हो गए हैं, जिला प्रशासन एवं सत्ता पार्टी के नेताओं को हमारी दर्द क्यों नहीं दिख रही है, अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को हनी पहुंचाना गलत बात है, अपने फायदे को लेकर हमें राखड़ खाने को मजबूर कर रहे हैं, 

वार्ड पार्षद अजय गौड़ का वर्जन - मेरे वार्ड में मेरे अनुमति बिना ही राखड़ डंपिंग किया जा रहा है, अवैध तरीके से राखड़ डंपिंग को लेकर मेरे द्वारा कई बार जिला प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, और वार्ड वासी द्वारा रखना डंपिंग रोकने को लेकर सड़कों में आंदोलन भी किए थे, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई अब तक राखड़ डंपिंग का कार्य निरंतर चालू है, कहीं ना कहीं जिला प्रशासन एवं सत्ता पार्टी के श्रेय प्राप्त हो रही है, इसी लिए राखड़ डंपिंग करने वाले ठेकेदारों पर कार्यवाही नहीं हो रही,

राखड़ की ओवरलोड वाहनों पर नहीं होती है कार्यवाही- कोरबा शहर की यातायात तारीफ काबिल है, जितनी सराहना की जाए उतना ही कम है, छोटी मोटी वाहनों पर कार्यवाही कर वहावही खूब लेते हैं, लेकिन जब ओवरलोड वाहनों की कार्यवाही करने के बात आती है,  तो उच्च अधिकारी उन वाहनों को नजरअंदाज करते साफ-साफ दिखते हैं, इसलिए कोरबा शहर  की सड़कों में आपको राखड़ की ओवरलोड वाहन दौड़ते हुए दिख जाएगी, ज्यादातर गाड़ियां ब्लैकस्मिथ कंपनी की रहती है, सड़कों पर तेज गति को लेकर सारे नियम कानून की धज्जियां उड़ती हुई दिखती है, लेकिन उसके बावजूद भी वहा वही लेने वाले यातायात के जिम्मेदार अधिकारी कमीशन के तले दब जाते हैं, और कार्यवाही करने के बजाए नजरअंदाज कर देते हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है, 

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