अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
टोक्यो (जापान) - भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निप्पॉन बुडोकन हॉल टोक्यो में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होकर उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत-जापान की दोस्ती पर यकीन करने वाले शिंजो आबे एक महान नेता और एक असाधारण इंसान थे। शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में बीस से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों के प्रमुखों सहित एक सौ से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुये। दिवंगत आबे की पत्नी अकी काले रंग का ‘किमोनो' (जापान की पारंपरिक पोशाक) पहने बुडोकान हॉल में वह कलश लेकर पहुंची, जिसमें उनके पति की अस्थियां थीं। कलश एक लकड़ी के बक्से में था जिस पर बैंगनी व सुनहरे रंग की धारियों वाला एक कपड़ा लिपटा था। सफेद पोशाक पहने रक्षा कर्मियों ने आबे की अस्थियों वाला कलश लिया और उसे सफेद व पीले फूलों से सजे एक आसन पर रख दिया। इस दौरान अकी आबे के बाद प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित सरकार , ससंद के कई प्रतिनिधियों ने संवेदना व्यक्त करते हुये भाषण दिये। आबे के अंतिम संस्कार में अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस व कई विश्व नेताओं सहित लगभग चार हजार से भी अधिक लोग शामिल हुये।
हैरिस तीसरी पंक्ति में जापान में अमेरिका के राजदूत राहम इमानुएल के साथ बैठीं नजर आईं। शिंजो को अंतिम विदाई देने से पहले पीएम मोदी ने टोक्यों में जापानी पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत-जापान संबंध को लेकर चर्चा हुई। फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत और जापान की दोस्ती ने एक वैश्विक प्रभाव पैदा करने में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-जापान संबंध और अधिक गहरे होंगे। हम विश्व में समस्याओं के समाधान में एक उचित भूमिका निभाने के लिये समर्थ बनेंगे। उन्होंने शिंजो आबे को याद करते हुये कहा कि इस दुख की घड़ी में आज हम मिल रहे हैं। पिछली बार जब मैं आया तब शिंजो आबे से काफी लंबी बात हुई थी और कभी सोचा ही नहीं था कि जाने के बाद ऐसी खबर सुनने की नौबत आयेगी। भारत शिंजो आबे को याद कर रहा है। वहीं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम करना जारी रखने की अपनी मंशा व्यक्त की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति , क्षेत्रीय स्थिति हिंद महासागर समेत कई मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। टोक्यो की संक्षिप्त यात्रा का समापन कर पीएम मोदी स्वदेश के लिये रवाना हो गये।
बताते चलें जापान के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे शिंजो आबे (67) की आठ जुलाई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वे दक्षिणी जापानी शहर नारा में चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। टोक्यो के एक मंदिर में बेहद करीबी लोगों की मौजूदगी में जुलाई में आबे का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। आज उनका राजकीय अंतिम संस्कार कार्यक्रम रखा गया था , ताकि विश्व नेता व उनके समर्थक उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें इस कार्यक्रम के लिये सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे।
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.