जानकी दादी और गुलजार दादी की पुण्य तिथि मनाई गई
सीएनआई न्यूज़ बालोद से उत्तम साहू
बालोद।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आत्मज्ञान भवन आमा पारा में ब्रह्माकुमारीज की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी जानकी और दादी गुलजार की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को किया गया। दोनों दादियों के चित्र पर केंद्र की मुख्य संचालिका बीके विजयलक्ष्मी दीदी और सह संचालिका बीके सरिता दीदी, बीके भोप सिंह साहू, बीके पुरुषोत्तम पटेल सहित संस्था के भाई बहनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किये।इस अवसर पर दोनों दादियों की डॉक्युमेंट्री फ़िल्म भी दिखाई गई।
इस दौरान बीके विजयलक्ष्मी दीदी ने कहा कि दादी जानकी का जीवन समस्त विश्व में नारी शक्ति के लिए प्रेरणास्रोत थी दादी जानकी दिव्य गुणों की प्रतिमूर्ति थी उन्होंने104वर्ष की आयु तक सम्पूर्ण विश्व को पालना दिया।दादी के चेहरे पर दिव्यता थी और संस्था को आगे बढ़ाने में मुख्य योगदान था और 1974 में विदेश में सेवा के लिए गई। उन्होंने कहा महिला होते हुए सबसे अधिक खंडों में उन्होंने सफर किया और उनको दुनिया की सबसे स्थिर बुद्धि वाली महिला की उपाधि भी मिली।उन्होंने बताया 145 देशों में ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र खुले वह दादी जानकी की सेवाओं का फल है व दादी जानकी के नेतृत्व में अनेक धर्म सम्मेलन आयोजित हुए। दादी सामाजिक सेवाओं में सहयोग देते रही और 38 साल तक संस्था की मुख्य प्रशासिका रही और अनेक आत्माओं को श्रेष्ठ जीवन जीने की कला सिखाई।
उन्होंने गुलजार दादी के साथ हुई घंटे भर की मुलाकात के संस्मरण को साझा करते हुए बताया कि उनसे मिलने के बाद बहुत शांति की अनुभूति होती थी और दादी के पास बैठने से अतेन्द्रीय सुख की अनुभूति प्राप्त होती थी। उन्होंने आगे बताया दादी गुलजार दैवीय गुणों से भरपूर थी,निस्वार्थ ईश्वरीय स्नेह विश्व मानव कल्याण के लिए दादी जी ने विशेष पार्ट निभाया। उन्होंने कहा दादियों ने जो कर्तव्य किये उसे अपने जीवन में उतारे और दादियों की दी गई शिक्षाओ को अपने जीवन में धारण करें वहीं उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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