सिक्स लाइन बनाम मौत की लाइन
धरसीवां। सांकरा से सिलतरा व चरोदा तक आये दिन किसी न किसी के खून से बेतरतीब ढंग से बनी सडक़ लाल हो रही है रविवार को फिर एक वाइक को सिक्स लाइन पार करते अज्ञात वाहन ने रौंद दिया जिससे मौके पर ही वाइक चालक की मौत हो गई मृतक बेमेतरा जिले से कमाने खाने यहां आकर किसी फेक्ट्री में काम करता था।
यह दर्दनाक हादसा रविवार सुबह तकरीबन 2 बजे गुरु फ्यूल्स पेट्रोल पंप के सामने चौक में हुआ मृतक बेमेतरा जिले के किरिटपुर निवासी गणेश पिता सन्तु विश्वकर्मा उम्र 40 परसतराई में रहकर किसी फेक्ट्री में काम कर अपने परिवार का लालन पालन करता था।
जानकारी के मुताबिक मृतक अपनी वाइक क्रमांक सीजी 04 डीई 3760 से ओधोगिक क्षेत्र सिलतरा से परसतराई की ओर आ रहा था तभी सिक्स लाइन पार करते उसकी वाइक को रौंदते हुए अज्ञात वाहन फरार हो गया सूचना मिलते ही धरसीवा पुलिस मौके पर पहुची ओर मृतक को धरसीवा चीरघर पहुचकर परिजनों को सूचना दी परिवारजनों के आने के बाद पोस्टमार्डम उपरांत शव परिजनों को दे दिया गया ।
अंडरब्रिज के अभाव में हादसे
सांकरा से सिलतरा चरोदा तक अंडरब्रिज के अभाव में आये दिन सिक्स लाइन किसी न किसी के खून से लाल होती रहती है क्योकि सांकरा से लेकर सिलतरा तक सिक्स लाइन के दाएं बाएं दोनो तरफ बड़ी संख्या में ओधोगिक इकाइयां एवं गांव लगे होने से हजारों लोग स्कूली बच्चे मजदूर सभी को सिक्स लाइन पार करना पड़ता है बाबजूद इसके न तो सांकरा न सिलतरा पुराना सोनू मोनू चोक में अंडरब्रिज बनाया न ही सिक्स लाइन से दोनो तरफ कहीं उतरने चढ़ने मार्ग बनाया है परिणाम स्वरूप स्कूली बच्चे मजदूर ग्रामीण सभी जान हथेली पर रखकर सिक्स लाइन पार करते हैं और कोई न कोई असमय अपने प्राण गंवाता रहता है।
तीन बच्चो के सर से उठा पिता का साया
मृतक गणेश विश्वकर्मा किरीटपुर जिला बेमेतरा का निवासी था घटना की खबर से उसकी धर्म पत्नी श्रीमती मंजू विश्वकर्मा का रो रोकर बुरा हाल है मृतक की 2 बेटियां ओर एक बेटा है पिता का साया सर से उठने से बच्चों के भी रो रोकर बुरे हाल हैं जिन बच्चों के लिए उनके पिता कमाने गांव से 50 किलो मीटर दूर सिलतरा फेक्ट्री में काम करने आये थे अब वह पिता इस दुनिया मे नहीं रहे ।
गांव में लगाता था हाथ ठेला फिर आ गया सिलतरा
मृतक गणेश विश्वकर्मा के भाई राजेश विश्वकर्मा ने बताया कि मृतक उनका भाई है परिवार चलाने गांव में हाथ ठेले पर दुकान चलाता था लेकिन महंगाई के दौर में ठेले पर इतनी कमाई नहीं होती थी कि घर खर्च चल सके ईंसलिये गांव से 50 किलो मीटर दूर सिलतरा फेक्ट्री में काम करने आया था यहां से हर माह परिवार को खर्च भेजता था लेकिन वह किस फेक्ट्री में काम करता था उसका नाम भावी जानती है उसे पता नहीं भाई की असमय मृत्यु से उनका पूरा परिवार दुखी है।
चरोदा वायपास के आसपास कई दुर्घटनाएं
सांकरा सिलतरा से चरोदा वायपास तक बड़ी संख्या में सड़क हादसे बेतरतीब ढंग से सिक्स लाइन निर्माण के कारण होते हैं सांकरा चोक सिलतरा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चोक ओर गुरु फ्यूल्स के सामने चरोदा वायपास चोक में अंडरब्रिज एवं सांकरा सिलतरा में सिक्स लाइन पर उतरने चढ़ने दोनो तरफ से मार्ग न बनाने से आये दिन हादसे होते हैं चरोदा गुरु फ्यूल्स के सामने चोक में ही बीते करीब माहभर में एक आदिवासी सहित 3 लोगो की जान जा चुकी है।
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