पोला का त्यौहार पारंपरिक तरीके से मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में मिट्टी से बने बैल,जाता की पूजा की।
पोला का त्यौहार पारंपरिक तरीके से मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में मिट्टी से बने बैल,जाता की पूजा की। वहीं मोपर गांव में पोला महोत्सव का आयोजन किया गया। यहां बैल दौड़ सहित ग्रामीणों के लिए आंचलिक खेलकूद कबड्डी,फुगड़ी,रस्साकसी सहित अन्य आयोजन किया गया। पारंपरिक पर्व पोला धूमधाम से मनाया गया। सुबह पूजा अर्चना के बाद बच्च मिट्टी के बैल के साथ खेलते नजर आए। घरों में छत्तीसगढ़ पकवान टेटरी, खुर्मि सहित अन्य पकवान बनाया गया। ग्रांव में रिलो रेस, कुर्सी दौड़, कबड्डी, फुगड़ी सहित अन्य स्पर्धाओं का आयोजन भी किया गया। । उल्लेखनीय है कि बीते दो साल से कोरानाकाल की वजह से यह पर्व भी प्रभावित था। इस वजह से इस साल उत्साह देखने मिला।
इस अवसर पर उपस्थित सरपंच प्रतिनिधि श्री योगेश साहू जी,उपसरपंच श्री हेम साहू जी, ग्राम पटेल श्री शिवप्रसाद साहू जी एवं ग्राम के बालक दास बंजारे, संतराम यदु, डाकेश्वर निषाद,उपस्थिति थे सीतल साहू , धनेंद्र जांगड़े,जयप्रकाश यदु, डोमार साहू,जगदेव ध्रुव राजू यदु ,परमेश्वर यदु, अमित यदु, ललित यदु, मोनू यदु, मुरलीधर यदु (शिक्षक), प्रभुदयाल यदु प्रहलाद निषाद आदि ग्रामीण उपस्थित थे,
इसकी जानकारी डॉक्टर निर्मल यदु ने दिया |
*लोकेशन / सिमगा*
*रिपोर्टर / ओंकार प्रसाद साहू*
*मों. नंं.-9399627970*


















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