उज्जैन में एक ही राजा हैं महाकाल
यहां देश-विदेश से आते हैं श्रृद्धालु भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने ।
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
म.प्र.-मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी बाबा महाकाल के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
यहाँ देश-विदेश से श्रृद्धालु-गण बाबा के महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने नियमित रूप से आते हैं ।
बाबा महाकाल को उज्जैन का राजाधिराज माना जाता है। बाबा महाकाल की इस नगरी में कोई भी दो राजा राज में नहीं रह सकते ।अगर ऐसा हुआ तो यहां रात ठहरने वाले के हाथ सत्ता चली जाती है।
ऐसे प्रमाण भी हैं, जो इसे प्रमाणित करते हैं
भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई उज्जैन महाकाल की नगरी में एक रात ठहर गये थे, तो उनकी सरकार गिर गई, वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने भी गलती से यहां एक रात बिताई थी, तो उन्हें भी पद से त्याग देना पड़ा था ।
महाकाल को उज्जैन का विशिष्ट पीठासीन देवता माना जाता है। महादेव उज्जैन में शाश्वत शासन करते हैं ।
भारत के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर हैँ ।
महाशिवरात्रि में यहां भव्य मेला लगता है।
अत: महाकाल की इस नगरी में रात नहीं गुजारतें है मंत्री सत्ता खोने का डर रहता है ।
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