मध्य प्रदेश शासन डॉ मोहन यादव के दिशा निर्देश अनुसार सरकारी संस्थानों पर भी कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम किया गया
सिवनी। हम आपको बता दें कि प्रतिवर्ष कृष्ण जन्माष्टमी को शासकीय अवकाश मध्य प्रदेश शासन के द्वारा दिया जाता था परंतु इस बार मध्य प्रदेश शासन के दिशा निर्देश अनुसार शासकीय कार्यालय स्कूलों में कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य रूप से कार्यक्रम किया गया इसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोरिया में भी कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से बच्चों के द्वारा किया गया इसमें शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने भी बड़े ही रूप से अपने कार्यक्रम को सफल बनाने में बहुत ही लगन एवं ईमानदारी का परिचय देते हुए भगवान श्री कृष्णा और सुदामा चरित्र के बारे में बहुत ही सरल एवं सुगम रूप से समझने का प्रयास किया इसी बीच सामने बैठे हुए विद्यार्थी और आधार कार्ड बनवाने आए क्षेत्रीय नागरिकों का मन मोह लिया क्योंकि अभी इसी संस्था में आधार कार्ड सुधारने का कार्य जारी है जिससे जनता भी काफी कुछ रही इसलिए कार्यक्रम को और भी चार चांद लग गए इस कार्यक्रम में तालियां बटोरने में कोई कसर नहीं छोड़ी इस कार्यक्रम के माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया गया कि कृष्ण और सुदामा का मित्रवत व्यवहार किस प्रकार था जो बचपन से लगाकर उनके अनंत समय तक चलते रहा जीत के माध्यम से और झांकियां के माध्यम से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ इसमें विद्यार्थियों द्वारा कृष्ण का कार्य पराग साहू राधा का काम भवानी साहू सुदामा का काम प्रदोष साहू के द्वारा एवं द्वारपाल शुभम उइके एवं रचित डेहरिया के द्वारा किया गया और सखियों गोपियों का काम कक्षा नौवीं की छात्रा रेखा बरमैया अमरीन खान दीक्षा अहिरवार एवं अंजना धुर्वे अन्य बच्चों के द्वारा किया गया इस कार्यक्रम का रूपरेखा तैयार करने में साक्षी साहू सबसे महत्वपूर्ण योगदान संतलाल झरिया एवं रुपाली सोनी और प्रदीप ठाकुर एवं मनीराम भलावी सर का रहा और भी सहयोग साथी शिक्षकों के द्वारा मिला जिसमें सालi में उपस्थित प्राचार्य एस के नगोत्रा सर अक्षय डेहरिया सर जगदीश प्रसाद उइके निरंग सिंह भलावी सर राजेश इनवiती झामसिंह डेहरिया सर योगेंद्र सिंह मर्सकोले सर मोनिका बेस मोहित सोनी सर भूपेन्द्र सिंह सेन नरेंद्र झiरिया पुस्पेंद्र एवम् प्रदीप कुमार के द्वारा कार्यक्रम को सुसज्जित करने में योगदान रहा एवं अंत समय में प्राचार्य एस के नगोत्रा के द्वारा अपने उद्बोधन में श्री कृष्णा एवं सुदामा के चरित्र के बारे में विस्तार पूर्वक बच्चों को समझाया गया एवं बताया गया की मित्रता गरीबी या अमीरी देखकर के नहीं करना चाहिए मित्र तो वह है जो अपने मित्र के संकट काल में वह स्वयं की पहचान ले की मित्र किस व्यथा या दुख से गुजर रहा है मित्र अपने मित्र के संकट के समय में डटकर के सामना करने वाला होना चाहिए जिस प्रकार सुदामा के आते ही श्री कृष्णा के द्वारा प्रफुल्लित होते हुए कृष्ण अपने आप को नहीं रोक सके और सुदामा को अपना गले लगाया और उसे अपने आसन पर विराजमान किया इस प्रकार हमें भी अपने जीवन में अपने मित्र का हमेशा ही सम्मान करना चाहिए चाहे मित्र गरीब या आमिर ही क्यों ना हो इसी प्रकार अन्य शिक्षकों के द्वारा भी जीवन से संबंधित अनेक प्रेरणाय विद्यार्थियों को दिए गए विद्यार्थियों ने भी इस कार्यक्रम में बहुत ही रुचि के साथ भाग लिया और इस कार्यक्रम का संचालन कक्षा दसवीं की छात्रा सरगम डेहरिया के द्वारा किया गया इस प्रकार श्री कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोरिया जो की धनोरा विकासखंड के अंतर्गत आता है जो मध्य प्रदेश के सिवनी जिला में है और कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों को लड्डू एवं प्रसाद देकर विदाई की गई
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