गरियाबंद में अव्यवस्थाओं को लेकर आम आदमी पार्टी ने कलेक्टर को सौंपा जनसमस्याओं से जुड़ा ज्ञापन
आवारा पशु, बदहाल सड़क, शराब दुकान और चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं पर जताई गंभीर चिंता
भूपेन्द्र सिन्हा/गरियाबंद :- गरियाबंद जिले में आम लोगों से जुड़ी बुनियादी समस्याओं को लेकर आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के जिला और ब्लॉक पदाधिकारियों ने आज एक विस्तृत ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर आवारा जानवरों, सड़क दुर्घटनाओं, शराब दुकानों की अव्यवस्था और बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं जैसे अहम विषयों पर कार्रवाई की मांग की।
सड़कों पर जानवर, घरों में डर – आवारा पशु बन गए जानलेवा
ज्ञापन में बताया गया कि जिले के प्रमुख शहरी इलाकों और कस्बों में आवारा कुत्तों और गायों की बेतहाशा संख्या ने राहगीरों का चलना मुश्किल कर दिया है। बच्चों और बुजुर्गों पर जानवरों के हमले के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसके अलावा गायों के झुंड बीच सड़क पर बैठ जाते हैं जिससे यातायात बाधित होता है और दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं।
पार्टी की मांगें:
सभी आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में रखा जाए।
पशुओं को सड़क पर छोड़ने वाले मालिकों पर सख्त जुर्माना लगाया जाए।
पशुओं की पहचान के लिए रेडियस बेल्ट और टैगिंग अनिवार्य किया जाए।
आम जनता को जागरूक किया जाए कि वे अपने पशुओं की जिम्मेदारी लें।
गरियाबंद से छुरा मार्ग पर जानलेवा गड्ढे, हर दिन बनी रहती है दुर्घटना की आशंका
पार्टी ने गरियाबंद-छुरा मुख्य मार्ग की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई। बताया गया कि इस मार्ग पर कई स्थानों पर एक फीट तक गहरे गड्ढे हैं, जिससे दोपहिया वाहन चालक खासे जोखिम में रहते हैं। बरसात के मौसम में यह समस्या और अधिक भयावह हो जाती है।
पार्टी की मांग:
सड़क किनारे मुरूम डालकर तत्काल मरम्मत कराई जाए।
इस सड़क को ‘अत्यधिक संवेदनशील मार्ग’ घोषित कर प्राथमिकता से कार्य किया जाए।
शराब दुकान से बढ़ रही अशांति, स्कूल बच्चों और महिलाओं को हो रही परेशानी
ज्ञापन में कोमाखान-गरियाबंद मुख्य मार्ग पर स्थित शराब दुकान को लेकर भी आपत्ति जताई गई। यह दुकान सड़क के मोड़ पर स्थित है, जिससे यहां भीड़ और शराबियों की गतिविधियों के कारण लगातार समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। स्कूली बच्चों और महिलाओं को रोज असुविधा झेलनी पड़ रही है, और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
पार्टी की मांग:
उक्त शराब दुकान को मुख्य मार्ग से हटाकर किसी उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।
शराब दुकानों की निगरानी के लिए सीसीटीवी और पुलिस गश्त सुनिश्चित हो।
स्वास्थ्य सेवाएं ICU में, डॉक्टर नहीं, दवाएं नहीं, मशीनें नहीं, आपरेशन की सुविधाएं नहीं
पार्टी ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तीखा प्रहार किया और कहा कि खासकर गरियाबंद जिले के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं। पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है। कई जगहों पर महीनों से विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं। जीवनरक्षक दवाएं समय पर नहीं मिलतीं और एक्स-रे, ईसीजी, पैथोलॉजी जैसी सुविधाएं अक्सर ठप रहती हैं।
पार्टी की प्रमुख मांगें:
सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की नियमित नियुक्ति हो।
दवाओं और उपकरणों की आपूर्ति समय पर सुनिश्चित की जाए।
अस्पतालों की मरम्मत और सफाई की नियमित व्यवस्था हो।
पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस जिले के हर ब्लॉक में उपलब्ध कराई जाए।
लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपते समय मौजूद रहे जनप्रतिनिधि:
इस ज्ञापन को सौंपते समय आम आदमी पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें:
महेश यादव (लोकसभा अध्यक्ष, AAP)
चमन यादव (जिला अध्यक्ष)
हरीश कुमार पटेल (युवा विंग जिला अध्यक्ष)
नंदलाल यादव (ब्लॉक अध्यक्ष, छुरा)
मुख्य रूप से शामिल थे।
आम आदमी पार्टी ने चेताया है कि यदि इन मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में चरणबद्ध जनआंदोलन किया जाएगा।
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