भारत हारकर भी जीता दिल 358 रन ठोककर टीम इंडिया बनी दर्शकों की असली विजेता
आरंग-------------------------------
शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार को खेला गया भारत–अफ्रीका मुकाबला रन बरसाने, रोमांच जगाने और दर्शकों के दिलों को जीत लेने वाला क्रिकेट उत्सव साबित हुआ।
भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 358 रन का विशाल स्कोर जड़ दिया—ऐसा लक्ष्य जिसने पूरे स्टेडियम में ऊर्जा, उम्मीद और उल्लास की लहर दौड़ा दी।टॉप ऑर्डर की धमाकेदार बल्लेबाज़ी,
विराट-ऋतुराज गायकवाड़ के आक्रामक शॉट्स और के एल राहुल की नेतृत्व क्षमता ने मैच को एकतरफा बनाने की कोशिश की, लेकिन अफ्रीका ने जवाब में वही आक्रामक अंदाज अपनाते हुए अंत तक लड़ाई जारी रखी और लक्ष्य हासिल कर लिया। नतीजा भले अफ्रीका के पक्ष में गया हो,
लेकिन स्टेडियम से निकलती भीड़ साफ बोल रही थी दिल आज भारत ने जीता है।मैच समाप्ति के बाद स्टेडियम से बाहर निकली ऋतु परिहार महिला क्रिकेट प्रेमी ने प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि 358 रन कोई मामूली बात नहीं… ये जज़्बा, क्लास और भारतीय क्रिकेट की ताकत का प्रमाण है। जीत तो साउथ अफ्रीका की हुई, पर जिस आत्मविश्वास से हमारी टीम खेली, उसने मेरा दिल छू लिया। मैं कहती हूँ आज इंडिया मैदान नहीं, दिल जीत गया।रायगढ़ से मैच देखने पहुंची यामिनी शर्मा ने कहा पूरे मैच में जो रोमांच था, वो किसी फिल्म से कम नहीं। ऋतुराज गायकवाड़ के शॉट्स और विराट की पारी ने हम सबको उत्साह से भर दिया। टीम इंडिया ने हारकर भी हमें गर्व करने का मौका दिया। क्रिकेट सिर्फ रन का खेल नहीं… भावनाओं का पर्व है, और आज भारत ने वही मनाया।पहली बार मैच देखने पहुंची छात्रा तनिष्का देवांगन ने कहा कि मैच खत्म हुआ, पर हमारे दिलों का जोश नहीं। 358 जैसे लक्ष्य को बनाने के बाद भी हार मिली, लेकिन टीम इंडिया ने जिस लय, जुनून और भिड़ंत दिखाया उसने हमें जीत से ज्यादा खुशी दी। ऐसी टीम रोज़ दिल नहीं जीतती, आज इंडिया ने कारनामा कर दिखाया।स्टेडियम से निकलते दर्शकों की आंखों में निराशा नहीं, बल्कि गर्व की चमक दिख रही थी। तालियां, जयकारे और तिरंगे का जोश गवाही दे रहा था कि स्कोरबोर्ड ने चाहे ‘हार’ लिखा हो, लेकिन जनता के दिलों ने ‘भारत विजेता’ लिखा।





















No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.