-मालकानगिरि के MV 26 के पिडी़तो को निखिल भारत बंगाली समन्वय समिति छत्तीसगढ़ द्वारा की आर्थिक एवं राहत सामग्रीयाँ की मदद।
ओडिसा सरकार का नाकामी की खुला पोल।
ओडिसा राज्य के मालकानगिरि जिले की गाँव MV 26 मे हुई सामुहिक लुटपाट,तोड़फोड,एवं आगजनी से नुकसान 250 परिवार वाले गाँव को
बुरी तरह तबाह कर शत प्रतिशत नुकसान करते हुए दर्दनाक घटना का अंजाम देकर एक समुदाय विशेष ने अपनी क्रुरता एवं मानवता को शर्मसार,झकझोर करने का परिचय दिया । 7 एवं 8 दिसम्बर 2025 के दरमियान हुई
इस अमानवीय घटना की इतिहास बनकर रहेगा। इस भीषण क्षति का जायजा ओडिसा सरकार ने तो ली है परन्तु घटना का 20 दिन बीत जाने के बावजुद भी सरकार की ओर से किसी प्रकार उन नुकसानी के मार मे झेल रहे पीडित ग्रामीणों के प्रति सहानुभुति,संवेदना व मुआवजा नही दी है। पिडीत ग्रामीणों के अनुसार घटना के समय मौजुदा सुरक्षा बलों ने मुकदर्शक बनकर रहे थे, उपद्रवकारीयों को इस कृत्य से जरा सी भी रोका नही गया ,जिससे उपद्रवकारीयों का हौंसला बढ़ते गया । बताया जाता है कि पिडी़त गाँव से महज 2 कि,मी फाँसले मे बसे गाँव राखालगुडा़ के 51 वर्षीय महिला वेबा मुके पडियामी को कथित अज्ञात लोंगो द्वारा निर्मम हत्या कर नदी मे फैंक दिये जिसकी शव की आकृति बिना सर का था। वह शव 03 दिसम्बर 2025 को मिली। उपद्रवकारी आदिवासी समुदाय के लोंग MV 26 गाँव के बंगालीयों को शंका के आधार पर सुनियोजित तरीका से एकत्रित होकर पुरे गाँव के ऊपर किया हमला, एवं बंगलादेशी घुसपेटीयाँ को भगाओ का नार देते रहे।जिसमे 1570 लोग प्रभावित हुई है। बंगाली भाईयों ने भारत गणराज्य के नागरिक है बंगलादेशी घुसपेटीयाँ नही है। अखण्ड भारत के तत्कालिन सरकार के गृह मंत्रालय के गजट मे नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 5(1) (a) तहत आदेश क्रमांक 23/66/MHAF दिनांक 07/12/1966 को नागरिकता प्रदान करने का प्रस्ताव पारित हुआ। वे घुसपेटीयाँ नही है।सन्देही के आधार पर पुलिस ने इस मामले पर चार लोगों को हिरासत मे लेकर पुँछताछ कर रही है, स्पस्ट खुलासा अभी तक नहीं हुई है । यह कानुनी प्रक्रिया है ,जो भी इस मामले मे संलिप्तता होगी उनपर कानुनी कार्यवाही होगी।न्यायालय विचार करेगी। परन्तु पुरे गाँववाले का क्या अपराध है कि गाँव मे लुटपाट,आगजनी,तोड़फोड़,बंम ब्लास्ट,पुरे गाँव को किया श्मशान। लोगो को खाना नही,कपडा़ नही,घर नहीं,परिस्थिति भयाभयों ,देखने से आँसु रोका नही जाता । निखिल भारत बंगाली समन्वय छत्तीसगढ़ राज्य कमेटी की बैनर तले अध्यक्ष श्री मनोज मंडल ,सुकलाल सरकार के नेतृत्व मे परलकोट क्षेत्र से उन पिडीतो को किया गया पाँच लाख रुपये की नगद आर्थिक मदद,एवं मृतिका मुके पडि़यामी के वारिसन को किया नगद 51000/-रुपये की आर्थिक सहायता , राशन सामग्रीयाँ जिसमे दैनन्दिक उपयोगी वस्तुये शामिल है। लेकिन ओडिसा सरकार को तत्काल राहत उपलब्ध करानी चाहिए थी । सरकार इस पर मौन क्यों है ? समझ से परे है।ओडिसा मालकानगिरि के इस अग्निकाण्ड की घटना से पुरे भारत देश के बंगाली समुदाय आक्रोषित है ।संविधान मे ऐसी कोई प्रवधान ही नहीं है कि कोई व्याक्ति विशेष द्वारा अपराध करने से पुरे गाँव को आग के हवाले कर तबाह कर दिया जाये।राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
को भी इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए।
CNI NEWS के लिए शंकर सरकार की रिपोर्ट।



















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