बलिया : बैरिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना के संकट के बीच पूर्णबन्दी (लॉकडाउन) का चौथा चरण चलने वाला है। ऐसे में सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन सभी को करना चाहिए, जिससे कोरोना की महामारी से बचाव हो सके। उन्होंने देशवासियों से ए.सी. की जीवन शैली छोड़कर देसी अपनाने की अपील की।
कोरोना से निपटने में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना करते हुए सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने में प्रदेश सरकार लगी है। इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाय कम होगी।
अपने फेसबुक लाइव में उन्होंने लोगों से अपील किया कि जो भी प्रवासी श्रमिक बाहर से आ रहे हैं, उनसे घृणा नहीं करें। क्योंकि रोग से घृणा किया जाता है रोगी से नहीं। जो व्यक्ति बाहर से आया है, यदि यहां भी कष्ट सहेगा तो वह अच्छी बात नहीं होगी। सतर्क जरूर रहें, लेकिन सुरक्षा के नाम पर किसी का तिरस्कार नहीं होना चाहिए।
कहा कि सुरक्षा के नाम पर किसी भी प्रवासी श्रमिक को अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। लोगों से यह भी अपील किया कि यदि कोई कहीं कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति भी मिले सेवा भाव से सूचना दें। पशु-पक्षी भी अपने खून से जुड़े जीव के प्रति सेवा का भाव रखते हैं। कहा कि यह समय घबराने का नहीं है। विषम परिस्थिति में साहस ही व्यक्ति की पूंजी होती है।
श्री सिंह ने कहा कि मैं न कोई वैद्य हूं और न ही चिकित्सक, लेकिन मैं अपने अनुभवों के आधार पर यह जरूर कह सकता हूं कि जो भी लोग मेरी सलाह को मानें हैं, उन्हें रोग कम होता है। मैं स्वयं गोमूत्र पीता हूं और हल्दी का भी सेवन करता हूं। कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि इससे लड़ने की जरूरत है।
बाबा रामदेव के बताए गए आयुर्वेदिक उपायों को अपनाने की अपील करते हुए सुरेंद्र सिंह ने कहा कि और कुछ उपलब्ध न हो तो रोजरात्रि में गर्म पानी में दो-तीन चम्मच हल्दी का सेवन जरूर करें। मुझे पूरा विश्वास है कि कोरोना आपको व आपके परिवार को प्रभावित नहीं करेगा। क्योंकि सैकड़ों लोगों को बताकर आरोग्य करने का काम किया हूं।
लोग यदि मेरी बात मानेंगे तो उनके परिवार या इलाके में कोरोना का प्रभाव नहीं होगा। इसलिए तुलसी का अर्क, गर्म पानी में डालकर हल्दी और संभव हो तो गोमूत्र का सेवन कर कोरोना बीमारी से निजात पाइए। उन्होंने गिलोय सेवन करने की भी सलाह दी। कहा कि मेरे कहने से गोमूत्र का सेवन कर दर्जनों कैंसर रोगी जीवित हैं। श्री सिंह ने कहा कि लोगों को स्वदेशी जीवन शैली अपनानी चाहिए। एसी (एयरकंडीशनर) में रहकर लोग कैंसर जैसी बीमारियों को दावत देते हुए। इसलिए मैं कहता हूं कि एसी नहीं देसी जीवन शैली और भरतीय संस्कृति अपनाकर जीवन को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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