महेन्द्र शर्मा डोंगरगढ :
समाजसेवी और राजनीतिक विश्लेषक प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने देश में रसोई गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी पर रोष प्रकट करते हुए कहा है कि जब पिछले 2 महीने से जनता अपने घरों में बंद हैं, उनके पास आय के साधनों की कमी है, बहुतों की तो आय बंद है, तब ऐसी परिस्थिति में सरकार को महंगाई कम करते हुए कम से कम रोज़मर्रा की ज़रूरतों की चीजों के दामों में कटौती करनी चाहिए। लेकिन इसके विपरीत हर घर की जरूरत रसोई गैस सिलेंडर के दामों में अनलॉक पार्ट १ के पहले दिन ही बढ़ोतरी करना पूरी तरह से जनता के ऊपर दोहरी मार जैसा है।
लॉकडाउन के पहले भी महंगाई दर बढ़ी हुई थी। भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर (जीडीपी), गिरी हुई थी। आरबीआई के गवर्नर ने भी कहा है कि हमारी विकास दर नेगेटिव में आ गई है। ऐसे में महंगाई बढ़ाकर सरकार को क्या हासिल होगा? इससे सरकार की छवि बद से बदतर बनती जाएगी।
केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर ऐसे विपत्ति के समय राजनीति को दूर रखते हुए देश और देश की जनता के हित में अच्छे और सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत है ना कि अहंकार वश राजनीति से प्रेरित होकर एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम करना चाहिए, क्योंकि इसका सीधे-सीधे प्रभाव देश पर और देश की जनता पर पड़ता है।
अगर यही हाल रहा तो जनता सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाएगी, आंदोलित हो जाएगी, रोष प्रकट करेगी और देश के हालात बिगड़ जाएंगे। चुनाव के समय तो अपने मताधिकार का प्रयोग करके जनता इन सरकारों को बखूबी जवाब देगी। लेकिन आज भी समय है, देश में जो नफ़रत का बीज बोया जा रहा है उससे ऊपर उठकर देश-हित में अगर सार्थक प्रयास और सकारात्मक कदम सभी राजनीतिक दल, सत्तारूढ़ दल और विपक्ष उठाता है तो यकीनन देश का और जनता का भला होगा इसमें कोई दो राय नहीं है। वरना समय आने पर जनता को सिंहासन के हिलाना बख़ूबी आता है।
*प्रकाशपुन्ज पाण्डेय,*
7987394898, 9111777044
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.