अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
मुम्बई -- बालीवुड के दिग्गज कोरियॉग्रफर सरोज खान (72वर्षीया) का बीती देर रात्रि 01:52 बजे कार्डियक अरेस्ट के चलते बाँद्रा मुंबई के गुरु नानक हॉस्पिटल में निधन हो गया। वे लंबे समय से अपने काम से ब्रेक पर थी लेकिन बीते साल 2019 में उन्होंने मल्टीस्टार फिल्म "कलंक" और कंगना रनौत की फिल्म "मणिकर्णिका" ,"द क्वीन आफ झाँसी" में एक एक गाने को कोरियोग्राफ किया था। इस दिग्गज कोरियॉग्राफर का जन्म 22 नवंबर 1948 को निर्मला नागपाल के रूप में हुआ था। इनके पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह और माता का नाम नोनी सद्धू सिंह है। विभाजन के बाद इनका परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया था। इन्होंने मात्र तीन साल की उम्र से बतौर बैकग्राउंड डांसर अपना करियर शुरू किया था। उन्हें 1974 में पहली बार "गीता मेरा नाम से" बतौर कोरियॉग्राफर फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक मिला था। अपने करियर में 2000 से ज्यादा गानों को कोरियॉग्राफी करने वालीं इस दिग्गज को तीन बार नैशनल अवॉर्ड मिला।उन्होंने माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी सहित बॉलीवुड के कई कलाकारों को डांस सिखाया और कुछ फिल्मों में भी बतौर राईटर काम किया है।बाद में 50 के दशक में वो कई बॉलीवुड फिल्मों में बतौर बैकग्राउंड डांसर भी काम किया। उन्होंने कोरियोग्राफर बी सोहनलाल से ट्रेनिंग ली और गीता मेरा नाम से कोरियोग्राफर के रूप में अपना करियर शुरू किया।
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