रायपुर : पांच दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत छत्तीसगढ़ के छुई खदान डोंगरगढ डोंगरगांव 3 ब्लॉकों से की गई जिसमें प्राथमिक शाला ,माध्यमिक शाला ,के शिक्षक सम्मिलित हुए इस प्रशिक्षण को स्टेट लेवल के मास्टर ट्रेनर्स श्री ललित टिकरिया सर अनिल पटेल सर द्वारका नेताम सर श्री जयंत शांडिल्य सर श्रीमती गुंजन तिवारी मैम के सानिध्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में जिला स्तर से लिए हुए मास्टर ट्रेनर श्रीमती शिवांगी पसीने श्री विकास हरिहर नो श्रीमती विद्या साहू अंजू देवांगन श्रीमती सपना भारद्वाज श्रीमती मनोरमा श्रीमती सीमा के द्वारा लक्ष्यवेध जॉन दो प्रशिक्षण का आयोजन किया गया इसमें लक्ष्य वेध क्या है लक्ष्य वेध की आवश्यकता क्यों हुई लक्ष्यवेध हमारे शाला में क्या महत्व रखता है इसके साथ साथ लक्ष्य से हम बच्चों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक कैसे पहुंचा सकते हैं 100% गुणवत्ता प्रदान करना यह लक्ष्य का मूल उद्देश्य था जिसे हमारे मास्टर ट्रेनर्स साथियों ने सभी शिक्षकों को गहराई तक अध्ययन अध्यापन कराते हुए सीखने को कैसे सीखना है एवं टेक्नोलॉजी का उपयोग 21वी सदी के लिए बच्चों की कौशल में कैसे विकास लाया जाए उन्हें 21वी सदी के लिए किस तरह से तैयार किया जाए सीखने के क्रम में तरीकों को बताते हुए विषय मित्र एवं नई-नई तकनीकों का उपयोग करते हुए बच्चों को पलकों को समुदाय को भौतिक संसाधनों को प्रशासन को हम किस तरह से अपने साथ जोड़ सकते हैं और गुणवत्ता का विकास कर सकते हैं इन सब हुनर को हमारे शिक्षक साथियों ने सेक्शन वाइज 5 दिवस में पूर्ण किया लक्ष्य वेध में बहुत महत्वपूर्ण बाद श्रीमती शिवांगी पसीने द्वारा बताई गई वह अभी की विषम परिस्थितियों को देखते हुए एवं जब स्कूल स्टार्ट होगा उस स्तर पर भी लर्निंग फ्रॉम होम हमारे लिए किस तरह से सहायक है इसमें हम लर्निंग फ्रॉम होम के माध्यम से पालको से बहुत अधिक निकटतम आ जाते हैं साथ ही समुदाय से जुड़ जाते हैं
रायपुर : पांच दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत छत्तीसगढ़ के छुई खदान डोंगरगढ डोंगरगांव 3 ब्लॉकों से की गई जिसमें प्राथमिक शाला ,माध्यमिक शाला ,के शिक्षक सम्मिलित हुए इस प्रशिक्षण को स्टेट लेवल के मास्टर ट्रेनर्स श्री ललित टिकरिया सर अनिल पटेल सर द्वारका नेताम सर श्री जयंत शांडिल्य सर श्रीमती गुंजन तिवारी मैम के सानिध्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में जिला स्तर से लिए हुए मास्टर ट्रेनर श्रीमती शिवांगी पसीने श्री विकास हरिहर नो श्रीमती विद्या साहू अंजू देवांगन श्रीमती सपना भारद्वाज श्रीमती मनोरमा श्रीमती सीमा के द्वारा लक्ष्यवेध जॉन दो प्रशिक्षण का आयोजन किया गया इसमें लक्ष्य वेध क्या है लक्ष्य वेध की आवश्यकता क्यों हुई लक्ष्यवेध हमारे शाला में क्या महत्व रखता है इसके साथ साथ लक्ष्य से हम बच्चों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक कैसे पहुंचा सकते हैं 100% गुणवत्ता प्रदान करना यह लक्ष्य का मूल उद्देश्य था जिसे हमारे मास्टर ट्रेनर्स साथियों ने सभी शिक्षकों को गहराई तक अध्ययन अध्यापन कराते हुए सीखने को कैसे सीखना है एवं टेक्नोलॉजी का उपयोग 21वी सदी के लिए बच्चों की कौशल में कैसे विकास लाया जाए उन्हें 21वी सदी के लिए किस तरह से तैयार किया जाए सीखने के क्रम में तरीकों को बताते हुए विषय मित्र एवं नई-नई तकनीकों का उपयोग करते हुए बच्चों को पलकों को समुदाय को भौतिक संसाधनों को प्रशासन को हम किस तरह से अपने साथ जोड़ सकते हैं और गुणवत्ता का विकास कर सकते हैं इन सब हुनर को हमारे शिक्षक साथियों ने सेक्शन वाइज 5 दिवस में पूर्ण किया लक्ष्य वेध में बहुत महत्वपूर्ण बाद श्रीमती शिवांगी पसीने द्वारा बताई गई वह अभी की विषम परिस्थितियों को देखते हुए एवं जब स्कूल स्टार्ट होगा उस स्तर पर भी लर्निंग फ्रॉम होम हमारे लिए किस तरह से सहायक है इसमें हम लर्निंग फ्रॉम होम के माध्यम से पालको से बहुत अधिक निकटतम आ जाते हैं साथ ही समुदाय से जुड़ जाते हैं
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.