अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
काठमांडू -- नेपाल के प्रधानमंत्री के०पी० शर्मा ओली आज देश को संबोधित करेंगे। ओली अभीराष्ट्रपति बिध्या देवी भंडारी से मिलने शीतल निवास पहुंँचे हैं। नेपाली प्रधानमंत्री ओली पर चीन के इशारे पर चलने और भारत के खिलाफ बयानबाजी को लेकर ओली पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ा है। नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांँग कर रहे हैं। आज उनके इस्तीफे देने की भी अटकलें लगायी जा रही है। गौरतलब है कि के०पी० शर्मा ओली की सरकार विवादों में घिर रही है। कुशासन, भ्रष्टाचार और अब कोविड-19 को लेकर नाकामी को लेकर ओली जनता और विपक्ष के साथ ही पार्टी के दूसरे नेताओं के निशाने पर रहे हैं। ओली ने भारतीय इलाकों को शामिल करते हुये देश का नया नक्शा जारी किया। उन्होंने राष्ट्रवाद के सहारे अपने खिलाफ उठती आवाजों को दबाने का प्रयास किया, लेकिन माना जा रहा है कि वह अपनी कुर्सी नहीं बचा पायेंगे। इस समय उनके इस्तीफे की अटकलें तेज है लेकिन उन्होंने कहा है कि भले ही उन्हें कुर्सी से हटाने का खेल शुरू है पर यह संभव नहीं होगा। भारतीय जमीन को नेपाली नक्शे में दिखाने वाले संविधान संशोधन के बाद से उनके खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल की राष्ट्रीयता कमजोर नहीं है। किसी ने यह नहीं सोचा था कि नक्शे को छापने के लिये किसी प्रधानमंत्री को पद से हटाने के लिये साजिशें रची जायेंगी।
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