छुईखदान : जहा लगातार चार महीनो से कोरोना वायरस के कारण लोग परेशान है लोगो की कमाई कम हो गयी है लोग कोरोना से बचने के लिए तरह तरह के उपाय कर रहे है सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे है मास्क का व सेनेटाइजर का प्रयोग कर रहे है वही एक ओर सरकारी शराब दुकान मे ना तो सेनेटाइजर ना मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन ना तो कर्मचारी कर रहे है और ना ही ग्राहको से करवाया जा रहा है बल्कि ग्राहको के जेब मे डाका डाला जा रहा है छत्तीसगढ़ के छुईखदान के देसी एवं अंग्रेजी शराब दुकानो मे रोज हजारो रुपए खुलेआम ग्राहको से शराब दुकान के सेल्समैन एवं सुपरवाइजरो के द्वारा लुटा जा रहा है लेकिन कोई देखने वाला नही है आज वर्तमान स्थिति मे देसी शराब का कीमत ₹80 पव्वा, अध्धी ₹150 और बोतल ₹280 है लेकिन सेल्समैन एवं सुपरवाइजर के द्वारा अध्धी और बोतल को ओवर रेट कर अध्धी को ₹160 एवं बोतल ₹320 पर बेचा जाता है इसी तरह अंग्रेजी शराब दुकान मे भी ओवर रेट का मामला खुलेआम चल रहा था अचानक पत्रकारो की टोली सरकारी शराब दुकान मे पहुची और काउंटर के पास चुपचाप खडी हो गयी और शराब प्रेमी शराब लेने के लिए पैसा दिया तो सेल्समैन ने गोवा ₹120पौवा को ₹130 मे बेच रहा था इसे देखकर पत्रकार लोग दंग रह गए लोगो के विरोध करने पर एवं पत्रकारो के कहने पर सेल्समैन द्वारा दुकान के बाहर निकलकर दादागिरी व गुंडागर्दी किया गया उसके बाद सफाई देने लगा छुईखदान के आसपास मे खैरागढ़ 12 किलोमीटर एवं गंडई 20 किलोमीटर मे दूसरा शराब दुकान है इसीलिए आसपास के जो शराब प्रेमी है छुईखदान मे ही शराब खरीदते है लेकिन शराब दुकान मे लोगो को देख देख कर अध्धी एवं बोतल का वितरण किया जाता है ज्यादातर गांव मे रहने वाले लोगो को ही अध्धी और बोतल दिया जाता है क्योकि उन से अधिक मूल्य अध्धी 160 और बोतल 320 लिये जाने मे सुविधा होती है देसी सुपरवाइजर राकेश वर्मा, अंग्रेजी सुपरवाईजर ताम्रध्वज साहू द्वारा दुकान के अंदर बैठकर ओवर रेट पर अध्धी एवं बोतल की खुलेआम अवैध कारोबारी किया जा रहा प्रदेश सरकार के सरकारी शराब दुकान से रोज खुलेआम देसी शराब एवं अंग्रेजी शराब का पेटी तस्करी किया जाता है जिसे कोचियो द्वारा शराब दुकान खुलने के पहले और बाद मे अधिक कीमत मे बेचा जाता है नगर मे गार्डन के पीछे, केवट पारा ,मंगल भवन के बाजू टिकरी पारा एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो मे खुलेआम अवैध शराब की बिक्री शराब दुकान के द्वारा करवाया जा रहा है इसमे सुपरवाइजर की मिलीभगत है क्योकि सरकारी दुकान से ऐसे ही इतने मात्रा मे शराब मिलना नामुमकिन है लेकिन नगर व आसपास क्षेत्र मे भारी मात्रा मे अवैध शराब बिक्री हो रहा है जो कि आबकारी विभाग व पुलिस विभाग की नाकामी को उजागर कर रहा है सरकारी दुकान के नाम पर घर-घर मे शराब बेचवाया जा रहा है इसमें ऊपर से लेकर नीचे तक अधिकारी सेल्समैन सुपरवाइजर का मिलीभगत होना लाजिमी है लोग अभी कोरोना संक्रमण कि इस संकट की घड़ी मे लोग खाने दाने को मोहताज है और यहां सुपरवाइजर सेल्समैन के द्वारा लोगो का जेब सीधा-सीधा काटा जा रहा है शराब दुकान मे लोगो को खुलेआम लूटा जा रहा है शराब दुकान बंद होने के बाद भी सेल्समैन के द्वारा बाहर निकलने के वक्त अपने बैग मे ले जाकर अवैध रूप से शराब की बिक्री की जाती है नगर को बचाने पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम या कार्यवाही नही किया गया है यूं ही शराब बिक्री चलता रहा तो लोग शराब मे डूबते ही जाएंगे और अपराध बढ़ता ही जाएगा

वर्सन
क्या कहते है शराब प्रेमी
लोकेश साहू सिलपट्टी --- शराब दुकान मे 10 रुपये ज्यादा लेते है और पूछने पर दादागिरी करते है और कहते है कि लेना है तो ले नही तो यहा से भग जा
मोहित वर्मा आमगांव --- शराब दुकान सरकारी है लेकिन जितनी कीमत उसमे लिखी रहती है उससे ज्यादा पैसा लिया जाता है कभी चिल्हर नही है बोलते है तो कभी इतने मे ही लेना है तो लो बोला जाता है
गोलू यादव ---मै जब भी शराब लेने जाता हूं तो बोला जाता है कि अध्धी और बॉटल नही है और पव्वा मे 10 रुपये ज्यादा लेते है क्या करेंगे लडाई करने लग जाते है इसलिये ज्यादा कीमत देना पडता है
शैलेन्द्र तिवारी पत्रकार संघ उपाध्यक्ष --- लोगो के शिकायत पर शराब दुकान पहुचा तो देख कर दंग रह गया शराब लेने वालो से अधिक कीमत लिया जा रहा और दादागिरी भी किया जा रहा था इसके बारे मे मैनेजर को जब पूछा गया तो बोला कि यहा ज्यादा कीमत नही लिया जाता दुकान को हम अपने हिसाब से चलाएंगे
एसके तिवारी एसआई आबकारी खैरागढ --- जांच करवाया जाएगा सही पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी
शैलेन्द्र तिवारी के साथ हितेश मानिकपुरी रायपुर छत्तीसगढ़ की रिपोर्ट ।
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