बालोद नगर में स्थित मधु चौक जिसे बालोद का मुकुट भी कहा जाता है इस चौक को बालोद के आस पास ग्रामीण क्षेत्र से लेकर बहुत दूर तक के लोग जानते हैं इसी चौक में स्थित है ड्रीम इंडिया स्कूल जहां बच्चे हर साल फर्स्ट डिवीजन प्राप्त कर शिक्षा का उच्च मुकाम हासिल कर हैं ।अभी यहां दसवीं तक था परंतु वर्तमान में क्लास 11वीं 12वीं भी ओपन हुआ है।यहां बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत ही अग्रणी कार्य शिक्षकों द्वारा किया जाता है अक्सर माता-पिताओं को बच्चों के स्कूल से आने बाद होमवर्क का टेंशन रहता है परंतु ऐसा ड्रीम इंडिया स्कूल में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के माता पिता पर देखने को नहीं मिलता है यहां सारे कार्य करा कर बच्चों को घर भेजा जाता है। यहां के शिक्षकों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को सिखाने में थोड़ी बहुत दिक्कत होती है पर एक बार सीख जाने पर इंग्लिश में बात करती है तब लगता है कि हमारा यह कार्य सफल हो गया ।
बच्चे पढ़ाई की ओर अग्रसर हो कर अपने गांव का नाम के साथ अपने माता-पिता का नाम भी रोशन कर रहे है। जिसका एक उदाहरण युक्त चंद्राकर है जो ग्रामीण क्षेत्र से पढ़ाई करने के लिए ड्रीम इंडिया स्कूल में एडमिशन लिया था आज वह रायपुर प्रयास में सलेक्शन होकर आगे की पढ़ाई कर रही है। ड्रीम इंडिया स्कूल बालोद में तमाम सुविधा दी जाती है । जो बच्चे को पढ़ाई एवं नैतिक शिक्षा के दरमियान जरूरत पड़ती है । यहां के शिक्षक शिक्षिकाएं अपने विद्यार्थियों को स्टूडेंट नहीं बल्कि अपने बच्चे मानकर उन्हें पढ़ाई करवाते है साथ ही साथ उन्हें खेलकूद प्रतियोगिता जैसा शाला गतिविधि में भाग लेने के लिए प्रेरित करते है ताकि उनका मानसिक,शारीरिक विकास हो सके
सी एन आई न्यूज़ बालोद से मीनू की रिपोर्ट


















No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.