नगर पंचायत द्वारा बनाये गए शौचालय के सीवरेज का पानी सड़क व खेतों में
गंडई पंडरिया- नगर में स्वच्छता को लेकर बीते 5 सालों में करोड़ों रुपए खर्च किए गए जिसकी निरीक्षण व जांच के लिए रायपुर व दिल्ली तक से कागज भेजे गए ।खुद अधिकारी भी जांच के लिए आये । इसके बावजूद नगर में गंदगी की समस्या से निजात मूलभूत जरूरत के लिए बनाए गए सामुदायिक शौचालय की हालत जर्जर है ।यहाँ तक कि सरकार ने
गूगल मैप तक में सामुदायिक शौचालय के स्थान चिन्हित कराया है । इसके बावजूद सार्वजनिक शौचालय की टंकी से निकलने वाले गंदगी से महामारी की आशंका है । जो बेहद गंभीर मामला है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गंडई के वार्ड 2 के सामुदायिक शौचालय के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता की शिकायत की गई है । निकाय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सन 2014 में शौचालय बनवाया गया था । 6 साल में ही 6 सीटों वाला भवन की छत गिरने लगी है है मौके पर जाने से पता चला कि शौचालय अत्यंत जर्जर अवस्था में है 6 सीट वाले शौचालय में 3 सीट महिला व 3 सीट पुरुष के लिए है । महिला सीट वाली छत की से मलबा गिरता है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है । शौचालय की देखरेख निजी एजेंसी द्वारा किया जाता है । सुपरवाइजर श्रवण कुमार द्वारा भी भारी लापरवाही बरती जा रही है । एजेंसी द्वारा उसे 15 हजार तन्वख्वाह दिया जाता है । उसको नगर के पांच शौचालय की देखरेख का काम है जिसमें वार्ड 2 भी है । उसका कहना है कि रोज सुबह 6 से 8 बजे निरीक्षण के लिए आता हूँ और मेरी एजेंसी को प्रतिदिन सूचना देता हूँ । जबकि शौचालय की देखरेख करने वाले जनक निषाद का कहना है श्रवण कुमार कभी कभार आते है शौचालय में फिनॉयल व डिटर्जेंट पावडर भी नियमित नही मिलता है । मुझे 2 माह से वेतन नहीं दिया गया । कुछ दिन पहले सीवरेज टैंक को सफाई के लिए खोला गया था जिसे केवल पत्थर से ढंक दिया गया था जिससे 4 वर्षीय बच्चे को चोंट भी लगी थी । सुपरवाइजर श्रवण कुमार ने मामले को दबाने का प्रयास भी किया लेकिन मामले का खुलासा वार्ड 2 के निवासीयों ने किया ।मौके पर देखा गया कि सीवरेज के टैंक दूषित जल सड़क व खेत मे बहाव हो रहा है जिससे सार्वजनिक पम्प व अन्य जल स्रोत दूषित हो सकते है जिसे लेकर वार्ड के नागरिक खासे नाराज थे ।
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान नही गया ध्यान
आप को बता दे कि अभी हाल के दिनों में एसडीएम गंडई और नगर पंचायत अधिकारी अपनी टीम के साथ कुछ दिन पहले इस क्षेत्र के निरीक्षण पर गए हुवे थे जँहा इनके साथ कुछ निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी थे इसके बावजूद इतनी बड़ी समस्या को नजर अंदाज कर दिया गया ऐसे ही किसी भी मामले पर जानकारी लेने या कुछ समस्याओं से अवगत कराने के लिए गंडई एसडीएम से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा फोन रिसीव नही करने की शिकायत सामने आया है। जब कि इस समस्या पर अगर समय रहते ध्यान नही दिया जाता है। तो बरसात के दिनों में पूरे क्षेत्र में महामारी फैलने की आशंका है।
श्यामपाल ताम्रकार, अध्यक्ष, नगर पंचायत गंडई का कहना है कि
पीआईसी की बैठक में शौचालय की देख रेख करने वाले एजेंसी के कार्य प्रणाली पर चर्चा की गई थी वह उसकी जांच के आदेश व कार्यवाही के लिए निर्णय लिया गया था इसके बावजूद अब तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है ।
प्रमोद शुक्ला, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, गंडई का कहना है कि
मैं कुछ दिन पहले ही निकाय में आया हूँ । अभी मामले को पूरे दिखाकर निश्चित रूप से नोटिस व अन्य कार्रवाई एजेंसी के खिलाफ की जाएगी ।
गंडई से हितेश मानिकपुरी रायपुर छत्तीसगढ़ की रिपोर्ट ।
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