3अगस्त2020
रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ रक्षा करने वाला बंधन मतलब धागा है। इस पर्व में बहनें अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। रक्षा बंधन को राखी एवं सावन के महिने में पड़ने के वजह से श्रावणी व सलोनी भी कहा जाता है।भारत देश में इस पर्व की मान्यता बहुत पुरानी एवं पवित्र है और यह त्यौहार रिश्तो को मजबूती प्रदान करता है।
इस पावन पर्व पर राजधानी रायपुर की सुप्रसिद्ध समाज सेवी, जनकल्याण कारी संस्था के संस्थापक मोहम्मद सज्जाद खान को उनकी राखी बहनों ने सोशल डिस्टेनसिंग को ध्यान में रखकर, मास्क पहन कर,एवं सेनिटाइजर का उपयोग कर उनके हांथो में उनकी सुरक्षा की कामना कर राखी(रक्षा सूत्र) बांधा, साथ ही सोशलिस्ट मोहम्मद सज्जाद खान ने उन बहनों की जीवन भर रक्षा करने का वचन दिया साथ ही समाजसेवी भावनाओं के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए कहा
एक समाज सेवक होने के नाते संस्था में मदद की गुहार लगाते हुए आयी मेरी बहनो की सुरक्षा सहायता करना संस्था अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी एवं सदस्यों का प्रथम कर्तव्य है,इस शुभ अवसर पर मैं मोहम्मद सज्जाद खान सभी परेशान बहनों जो मुझसे सहायता मांगती है उनकी संभव सहायता करने को तत्पर रहूंगा और इस कोरोना वायरस से ना ही मेरी बहनो साथ ही पूरे देश, विश्व के सभी लोग सलामत रहे यही कामना करता हूँ।"
प्रषेक संस्थापक मों सज्जाद खांन अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी रायपुर (छ.ग.)
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