अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर -- प्रदेश के शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दो दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी होने पर दोनों ही दिन लोगों में श्री कृष्ण भक्ति का अलग ही उत्साह देखने को मिला। एक ओर जहां मंदिरों में क्षेत्र की सुख शांति की कामनाओं के साथ जन्मोत्सव सादगीपूर्ण मनाया गया , दो गज की दूरी में श्रद्धालुओं ने भगवान का दर्शन किया वहीं दूसरी ओर लोगों ने अपने घरों में छोटे-छोटे बच्चों को भगवान श्रीकृष्ण और राधा की वेशभूषा में सजाकर " हाथी घोड़ा पालकी - जय कन्हैया लाल की और नंद घद आनंद भयो - जय कन्हैया लाल की " उद्घोष के साथ अपनी भक्ति प्रकट की , बालगोपाल को झूले में विराजमान करके उनकी पूजा अर्चना किये। पूजन के पश्चात सभी ने फलाहार कर अपना उपवास तोड़ा और एक दूसरे के घर जाकर प्रसाद वितरण किया। भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने पूरे दिन और रात सभी लोग घरों में कीर्तन -भजन एवं पाठ करते नजर आये। इस वर्ष शासन प्रशासन के निर्देशानुसार कोरोना वायरस महामारी को देखते हुये चौक चौराहों पर गोविंदाओं की टोलियांँ नहीं निकली अर्थात मटकी फोड़ प्रतियोगिता , नृत्य प्रतियोगिता ,आनंद मेला जैसी कोई सार्वजनिक आयोजन नहीं किया गया।
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