कलेक्टर ने 4 गांव के हितग्राहियों को सामुदायिक वन अधिकार के पट्टे सौंपे ,
जिले में 186.794 हेक्टेयर वन भूमि के कुल 120 सामुदायिक वन अधिकार पट्टे स्वीकृत ,
मुख्यमंत्री बघेल ने आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से विश्व आदिवासी दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनजातियों के आर्थिक विकास और कल्याण के लिए क्रियान्वित की जा रही योजनाओं से जनजातियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन से आदिवासी समाज के लोगों का जीवन स्तर में अनवरत वृद्धि हो रही है। उन्होंने आदिवासी समाज में आए सकारात्मक परिवर्तन पर अपनी खुशी जाहिर की।
इस अवसर पर कलेक्टर यशवंत कुमार ने आज जिला कार्यालय के स्वान कक्ष में बलौदा विकासखंड के ग्राम सेंदरी, खैजा, देवरी और पंतोरा के सरपंच एवं वन अधिकार समिति के अध्यक्षों को स्वीकृत वन अधिकार पट्टा सौंपा और उन्हें भूमि संरक्षित रखने की समझाइश दी।
इस अवसर पर वन मंडल अधिकारी प्रेमलता यादव, अपर कलेक्टर लीना कोसम, जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान, सक्ती एसडीएम सुभाष राज उपस्थित थे।
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त पी सी लहरे ने बताया कि जिले में सामुदायिक वन अधिकार पट्टों के कुल 120 प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें 186.794 हेक्टेयर वन भूमि को संरक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि श्मशान, देवगुड़ी, चारागाह का अधिकार, मछली एवं अन्य जल उत्पाद सहित अन्य प्रयोजनो के लिए स्वीकृत किया गया है।
आज वितरित किए गए चार गांव के सामुदायिक वन अधिकार पट्टों में ग्राम पंतोरा में चारागाह, श्मशान घाट के लिए एक-एक, ग्राम सेंदरी में मछली एवं अन्य जल उत्पाद के लिए 3 व चारागाह के लिए एक, ग्राम देवरी में चारागाह, देवगुड़ी, श्मशान और मछली एवं अन्य जल उत्पाद के लिए एक-एक, ग्राम खैरा में चारागाह और देव स्थल के लिए एक-एक सामुदायिक वन अधिकार पट्टा प्रदान किया गया है।
*लक्ष्मी महंत जिला जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़*
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