अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
अम्बाला -- फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट होंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस की रहने वाली शिवांगी इस समय एक महीने से अंबाला में राफेल कनवर्सन ट्रेनिंग ले रही हैं। जल्द ही उन्हें गोल्डन ऐरो स्क्वाड्रन में शामिल किया जायेगा। उन्हें देश के सबसे ताकतवर राफेल विमान उड़ाने का गौरव प्राप्त हुआ है। बहुत ही जल्द वे लद्दाख क्षेत्र में राफेल लड़ाकू विमान उड़ाती दिखायी देंगी। गौरतलब है कि अभी वायुसेना में दस महिला फाइटर पायलट और अठारह नेवीगेटर हैं। अंबाला आने से पहले शिवांगी राजस्थान में पाकिस्तानी सीमा से लगे एयरबेस पर तैनात थीं। येविंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के साथ मिग फाइटर प्लेन उड़ा चुकी हैं। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से पढ़ी-लिखीं फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह महिला पायलटों के दूसरे बैच की हिस्सा हैं जिनकी कमिशनिंग 2017 में हुई। भारतीय वायुसेना के पास फाइटर प्लेन उड़ाने वाली 10 महिला पायलट हैं जो सुपरसोनिक जेट्स उड़ाने की कठिन ट्रेनिंग से गुजरी हैं। एक पायलट को ट्रेनिंग पर 15 करोड़ रुपये का खर्च आता है। शिवांगी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड 2013 में उत्तरप्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी है। उन्होंने 2016 में प्रशिक्षण के लिये वायु सेना अकादमी ज्वाइन की थी। इसके बाद 16 दिसंबर 2017 को ही हैदराबाद स्थित एयरफोर्स अकादमी में उन्हे फाइटर पायलट का तमगा मिला था। हैदराबाद में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद शिवांगी इस समय मिग-21 की फाइटर पायलट हैं। शिवांगी को फाइटर पायलट बनने का जुनून उनके कर्नल रह चुके नाना से मिला था।
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