अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली --भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और गोवा की पूर्व राज्यपाल , प्रख्यात साहित्यकार मृदुला सिन्हा का निधन हो गया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , गृहमंत्री अमित शाह समेत कई बीजेपी नेताओं ने श्रद्धांँजलि दी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके योगदान को याद करते हुये लिखा कि श्रीमति मृदुला सिन्हा जी हमेशा जनसेवा को लेकर अपने प्रयासों के लिये याद की जायेंगी। वे एक कुशल लेखिका थीं, जिन्होंने संस्कृति के साथ-साथ साहित्य की दुनियाँ में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है। उनके निधन से दुखी हूंँ ,उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाये हैं, ॐ शांति। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा 'गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है। उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिये काम किया. वे एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिये भी सदैव याद किया जायेगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ ॐ शान्ति'।
गोवा की पहली महिला राज्यपाल थी
27 नवंबर 1942 को बिहार के मुजफ्फरनगर के छपरा गांँव में जन्मीं मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं। राजनीति के अलावा साहित्य की दुनियाँ में भी उनका नाम काफी ऊंँचा था , वे काफी मशहूर हिंदी लेखिका थीं , उनके लेख हमेशा राष्ट्रीय अखबारों में छपते रहे हैं।उन्होंने अपने जीवन में राजमाता विजयराजे सिंधिया की जीवनी सहित 46 से भी ज्यादा किताबें लिखीं हैं।राजनीतिक जीवन की बात करें तो उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सेंट्र सोशल वेलफेयर बोर्ड की चेयरपर्सन का पद भी संभाला था। इसके अलावा वे जयप्रकाश नारायण के 'समग्र कांति' का भी हिस्सा रहीं। ये शुरू से ही जनसंघ से जुड़ी रही हैं. उनकी गिनती भाजपा के प्रभावी नेताओं में की जाती थी। वे एक सफल राजनीतिज्ञ के अलावा लोक परंपराओं के बारे में भी लिखती रही। वे पाँचवाँ स्तम्भ नाम से एक सामाजिक पत्रिका भी निकाल चुकी हैं।
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