अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
मास्को - रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बारहवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन आज वर्चुअल (आभासी) माध्यम से किया जायेगा। इस सम्मेलन में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो , रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन , भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा शामिल होंगे। इस बार सम्मेलन की थीम 'वैश्विक स्थिरता, साझा सुरक्षा और अभिनव विकास' रहेगी। गौरतलब है कि ब्रिक्स देशों के संगठन में पांँच तेज गति से उभर रही अर्थव्यवस्थाओं वाले देश हैं जिननमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। ब्रिक्स की अध्यक्षता हर साल बदलती रहती है ,
पिछले साल यह सम्मेलन ब्राजील की राजधानी ब्राजिलिया में संपन्न हुआ था और इस साल रूस इसका अध्यक्ष है।पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट उत्पन्न गतिरोध के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के आमने-सामने होंगे। यह बारहवाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ की पृष्ठभूमि में और कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच आयोजित किया जा रहा है। इसमें सदस्य देशों के नेता वैश्विक परिदृश्य के प्रमुख मुद्दों और आपसी सहयोग पर चर्चा करेंगे। इसमें कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने के लिये बहुपक्षीय प्रणाली के उपायों में सुधार भी शामिल हैं। इसके अलावा शिखर सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ जंग में सहयोग, व्यापार, स्वास्थ्य, ऊर्जा और लोगों से लोगों का आदान-प्रदान पर भी चर्चा होगी। वर्ष 2020 का यह बारहवाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन दिनांक 21 से 23 जुलाई 2020 सेंट पीटर्सबर्ग में रखी गयी थी। लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया गया था।
अगला ब्रिक्स सम्मेलन भारत में
अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिये भारत को अध्यक्षता सौंपी जायेगी। भारत 2021 में होने वाले तेरहवें ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इससे पहले भी भारत ने वर्ष 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की है।
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