छत्तीसगढ़
सरकारी ठेका के दारु भट्टी में सरेआम दादागिरि
प्रेस प्रतिनिधि को दी जान से मारने की धमकी
एक पुरानी प्रसिद्ध कहावत है चोरी ऊपर से सीना जोरी इस पुरानी कहावत को बेलगांव अंग्रेजी शराब भट्टी के कारकुनो ने उस वक्त साबित कर दिया जब सीएनआई प्रतिनिधि अनिल सिन्हा के द्वारा उक्त शराब भट्ठी में अवैध रूप से हो रहे कार्य पर जब प्रश्न उठाया गया तो वहां उपस्थित भट्टी मैनेजर सहित उनके पहलवानों ने जमकर हुज्जत बाजी करते हुए इस संवाददाता के साथ मारपीट किया साथ ही उन्हें जान से मारने की धमकी तक दे डाली जो कि यह मामला अब साधारण नहीं रह गया है
कुछ वर्ष पहले तक प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की बातों ने जोर पकड़ लिया था लेकिन जैसे-जैसे प्रदेश सरकार को समय बीतने लगा है वैसे ही अब पूर्ण शराबबंदी का उत्साह कपूर की तरह हवा में फुर हो चुका है पहले शराब दुकानों को सरकार के द्वारा जमकर बोली लगाकर ठेका में दिया जाता था अब वह दिन आ चुका है जब स्वयं शासन के प्रतिनिधि अंग्रेजी और देसी शराब भट्टीओ को सीना तान कर संचालन किया जा रहा है और उस कहावत को यहां पर चरितार्थ करने में लगे हुए हैं सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का इसी के चलते शराब भट्टी के ठेकेदार तथा पहलवान मिलकर डंके की चोट पर अवैध शराब बिक्री एवं लेन देन जैसे काम को दादागिरी के साथ करने का अब जैसे चलन ही अस्तित्व में आ चुका है इसी का ताजा तरीन उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब मां बमलेश्वरी के नगरी डोंगरगढ़ के ग्राम बेलगांव के अंग्रेजी शराब भट्टी में 10 पेटी दारू के अवैध लेनदेन को देखकर राजनांदगांव प्रतिनिधि अनिल सिन्हा के द्वारा जब प्रश्न प्रश्न उठाया गया तो भट्टी के कर्मचारियों द्वारा जमकर उत्पात मचाते हुए प्रतिनिधि के साथ अभद्र व्यवहार करने के साथ ही मारपीट एवं जान से मारने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है यहां तक कि जब इस प्रतिनिधि ने शराब भट्ठी में अप्रिय स्थिति निर्मित होने पर पुलिस प्रशासन सहित डायल 112 में कॉल करने के बाद भी यहा पुलिस टीम समय पर नहीं पहुंच पाई जो अपने आप में कई प्रश्नों को जन्म भी दे रहा है एक ओर शीर्ष स्तर पर बैठे हुए मंत्री तथा नेता शराबबंदी को लेकर लोगों को कहते फिरते हैं वहीं दूसरी तरफ सरकारी ठेका के शराब भट्ठी ओ में इस तरह की हो रही दादागिरी और भ्रष्टाचार ने नया रंग रूप ले लिया है जो कि अब मामला साधारण नहीं रह गया है अब देखना होगा कि प्रशासन के संज्ञान में लाने के बाद ऐसे डंडे के जोर पर सरकारी शराब भट्टी संचालन करने वालों के मैनेजर तथा पहलवानों पर क्या कार्यवाही होती है
यहां गौर करने वाली बात है कि इस सरकारी शराब भट्टी के ठेके में जब प्रतिनिधि के द्वारा अवैध रूप से 10 पेटी इंग्लिश दारू के लेन देन को प्रतिनिधि द्वारा मोबाइल में वीडियो बनाने का प्रयास किया गया तो वहां उपस्थित कर्मचारी एवं पहलवानों ने मोबाइल को छीनकर कैप्चर किया गया वीडियो को डिलीट कर दिया गया और मोबाइल को छीन कर अप्रिय वारदात को अंजाम देने के फिराक में हाथापाई तक करने से नहीं चूके इस तरह से यदि राजनांदगांव प्रतिनिधि के साथ सरकारी ठेका के कर्मियों द्वारा दुव्यवहार किया गया तो आसानी से समझा जा सकता है ऐसे स्थानों पर आम जनता के साथ क्या नहीं किया जाता होगा ।
सी एन आई न्यूज के लिए राजनांदगांव से अनिल सिन्हा की रिपोर्ट ।
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