पामगढ। जनपद पंचायत पामगढ़ के अधीनस्थ 60 ग्राम पंचायतों में कार्यरत ग्राम पंचायत के सचिव को पिछले नवंबर से अभी तक वेतन नहीं मिल पाने के कारण बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।उच्च अधिकारियों को बार-बार अवगत कराए जाने के बावजूद उसकी वेतन विसंगतियां दूर नहीं हो पा रही हैं ,जबकि दूसरे अन्य विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों को प्रतिमाह के 1 से 5 तारीख तक उनके खाते में वेतन राशि जमा हो जा रही है ।लेकिन पंचायत सचिवों को कभी भी समय पर वेतन नहीं मिलता है
उच्च अधिकारियों को समय पर वेतन देने की मांग पंचायत सचिवों द्वारा लगातार किया जा रहा है परंतु जवाबदार अधिकारी उच्च कार्यालय से आबंटन प्राप्त नही होने का हवाला दिया जा रहा।
अनेक मांगों को लेकर 26 दिसंबर2020 से 22 जनवरी 2021 तक 28 दिनों तक पूरे प्रदेश में पंचायत सचिव जनपद पंचायत के सामने काम बंद,कलम बंद अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया गया था किंतु हर बार की तरह इस बार भी आश्वासन देकर चुप करा दिया गया ।उच्च अधिकारी बिना वेतन दिए केवल अपना काम करवा रहा है जबकी शासन को भी सोचना चाहिए कि अल्प वेतन में 24 घंटे काम करने वाले पंचायत सचिवों को भी घर परिवार चलाने के लिए प्रतिमाह समय पर वेतन मिलना चाहिए ।समय समय पर किसी ना किसी योजना का टारगेट केवल सचिव को पूरा करने का दे दिया जाता है जिससे 24 घंटे परेशानी के साथ उसको पूर्ण करवाने में सचिव साथी लग जाता है ,परन्तु जब समय पर वेतन नही मिल रहा है तो पूरे सचिव के मन मे रोष व्यापत है।
जान जोखिम में डालकर किया था काम
पंचायत सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सकून कुमार साहू ने बताया कि शासन प्रशासन के द्वारा दिये गए समस्त दायित्व का हमारे द्वारा शत प्रतिशत पालन किया जा रहा है ,नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के तहत गोठान से महिला समुह को जोड़कर रोजगार के अवसर हेतु पूरी ईमानदारी से हमारे साथी काम कर रहे है।कोरोनाकाल मे भी हमने पूरी ईमानदारी के साथ 24 घंटे अपनी जान जोखिम में डालकर डयूटी किया है और प्रवासी श्रमिको का देखरेख किया गया।5 माह का वेतन की मांग हमारे द्वारा मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत से किया गया है,जिसमे आबंटन प्राप्त होने पर दिया जावेगा बोला गया है।
दुर्गेश यादव की रिपोर्ट
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