पंंकज शर्मा, रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने आज दूसरे दिन रायपुर के शास्त्री चैक स्थित आयोग कार्यालय में महिलाओं से सम्बंधित 25 प्रकरणों की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में एक जोड़े का पुनर्मिलन हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने अपनी लिखित शर्तें बनाई और दोनों ने सहमति देते हुये अपने अपने हस्ताक्षर किये। महिला आयोग द्वारा दोनों को समझाइश दी गई कि दोनों राजीखुशी से अपना जीवन-यापन करें। आयोग ने प्रकरण को समाप्त नहीं करते हुए 2 माह की निगरानी के लिये रखा है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय प्रकरण के मामले में आपसी राजीनामा से प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया। वहीं उपस्थित अधिकारियों को यह सुनिश्चित कराया गया कि विश्वविद्यालय में आंतरिक परिवाद समिति का गठन तत्काल करें और आंतरिक परिवाद समिति गठन प्श्चात उसका पोस्टर अपने परिसर में आवश्यक रूप् से लगवाये। एक प्रकरण में समझाइश दी गई कि सेवा में निम्नता या स्थानांतरण और अनियमितता से बचने के लिये महिला आयोग ना आयें। विभागीय सेवा में कमी होने पर या तबादला होने पर विभागीय प्रक्रिया के तहत उच्चाधिकारी को शिकायत किया जा सकता है। ऐसा न करते हुए महिला आयोग में शिकायत की है, जो महिला आयोग के अधिकार क्षेत्र का नहीं होने के कारण प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया है। आयोग ने कई पक्षकारों के उपस्थित नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जताई और संबंधित क्षेत्र की पुलिस के माध्यम से उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
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